कैसा रहा LIC में पैसा लगाने वालों के लिए एक साल? आज ही की तारीख लिस्ट हुए थे शेयर…अब है ये हाल 

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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयरों की स्टॉक मार्केट लिस्टिंग को एक साल पूरा हो चुका है. आज ही की तारीख पर बीते साल 17 मई 2022 को एलआईसी के शेयर लिस्ट हुए थे. देश का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) पेश करने वाली बीमा कंपनी के शेयरों का इश्यू प्राइस 949 रुपये निर्धारित किया गया था, लेकिन इनकी लिस्टिंग 9 फीसदी गिरावट के साथ 867.20 रुपये पर हुई थी. अब एक साल बाद इसमें पैसे लगाने वाले लोगों को तगड़ा झटका लगा है और निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब चुके हैं.

 

9 मई 2022 को खुला था आईपीओ
एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) पिछले साल 4 मई 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हुआ था और 9 मई को बंद हुआ था. इस IPO को करीब तीन गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. इसके जरिए सरकार ने इस एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी, जिससे सरकार को 20,557 करोड़ रुपये मिले थे. आईपीओ क्लोज होने के बाद 12 मई को बोली लगाने वालों को कंपनी के शेयर आवंटित किए गए थे. यहां बता दें एलआईसी के 22.13 करोड़ से अधिक शेयर बिक्री के लिए पेश किए गए थे. इसके लिए इश्यू प्राइस 902-949 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था.

लिस्टिंग-डे से इतना नीचे पहुंचे शेयर
17 मई को निराशाजनक लिस्टिंग के बाद से एलआईसी के शेयरों में निवेश करने वाले इन्वेस्टर्स के अच्छे दिन वापस नहीं आ सके. स्टॉक एक्सचेंज लिस्टिंग प्राइस 867.20 रुपये की तुलना में अब कंपनी के शेयरों की कीमत एक साल में और भी घट गई है. सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को LIC Stock खबर लिखे जाने तक दोपहर 12.44 बजे पर 567.90 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. इस हिसाब से देखें तो शेयर की कीमत में लिस्टिंग डे से अब तक 299.3 रुपये की गिरावट आ चुकी है और इन्वेस्टर्स के निवेश कम हो गया है.

निवेशकों के 2.4 लाख करोड़ रुपये डूबे
एलआईसी के शेयर (LIC Share) फिलहाल अपने इश्यू प्राइस से करीब 40 फीसदी डाउन पर कारोबार कर रहे हैं. इस एक साल की अवधि में कंपनी में निवेश करने वाले निवेशकों (LIC Investors) की 2.4 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति डूब चुकी है. शेयरों में लगातार दर्ज की गई गिरावट का असर कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन पर भी पड़ा है. अब इसका LIC MCap घटकर 3.59 लाख करोड़ रुपये रह गया है. बीमा कंपनी के शेयरों का 52 वीक का हाई लेवल 918.95 रुपये है, जबकि इसका 52 वीक का लो-लेवल 530.05 रुपये है.

कीमत में गिरावट के पीछे ये बड़े कारण
बीते एक साल में इंश्योरेंस सेक्टर काफी सुस्त रहा है. इस अवधि में सिर्फ एलआईसी ही नहीं, बल्कि कई बीमा कंपनियों ने अच्छा परफॉरमेंस नहीं किया है. LIC के अलावा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में 13 फीसदी और मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज में 8 फीसदी की गिरावट आई है. कंपनी के आईपीओ का लो-सब्सक्रिप्शन भी शेयरों के इस हाल के लिए जिम्मेदार है. बाजार विशेषज्ञ अंबरीश बलिगा की मानें तो इन्वेस्टर ऐसे किसी भी इश्यू में दिलचस्पी खो देते हैं, जो कीमत के नीचे खुलता है और कुछ समय के लिए बराबर रहता है. ऐसे काउंटरों में गिरावट के हर दौर में बिकवाली का दबाव खरीदारी के ब्याज से अधिक होता है.

LIC Housing का भी बुरा हाल
बुधवार को शेयर बाजार (Stock Market) की सपाट शुरुआत हुई. इस बीच एलआईसी की बीमा कंपनी LIC Housing Finance Ltd के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली. खबर लिखे जाने तक एलआईसी हाउसिंह फाइनेंस के स्टॉक 6.83 फीसदी यानी 26.95 रुपये की गिरावट के साथ 367.75 रुपये के लेवल पर कारोबार कर रहे थे. इस शेयर का 52 वीक का हाई लेवल 443.60 रुपये और 52 वीक का लो-लेवल 291.75 रुपये है.

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