छत्तीसगढ़

CG News: लूट की झूठी रिपोर्ट का खुलासा, कलेक्शन एजेंट ही निकला मास्टरमाइंड, 3 लाख 50 हजार रुपए लूटपाट की गढ़ी झूठी कहानी

राजनांदगांव, 27 जून 2025। राजनांदगांव पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, जिसमें ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक के कलेक्शन एजेंट मयूर कुमार अडमें ने 3,50,000 रुपये की लूट की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जांच में सामने आया कि कर्ज में होने के कारण आरोपी ने बैंक के कलेक्शन के पैसे का गबन करने के लिए यह झूठी कहानी गढ़ी थी. पुलिस ने शत-प्रतिशत मशरूका बरामद कर ली है.

मामले का संक्षिप्त विवरण:

पुलिस अधीक्षक महोदय मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय राहुल देव शर्मा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री आशीष कुंजाम और थाना प्रभारी बोरतलाव निरीक्षक उपेंद्र कुमार के निर्देशानुसार, थाना बोरतलाव में 20 जून 2025 को मयूर कुमार अडमें (उम्र 26 वर्ष, निवासी कंडरा पारा, डोंगरगढ़) ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मयूर ने बताया था कि वह ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में कलेक्शन एजेंट के रूप में काम करता है और डोंगरगढ़ से सालेकसा (महाराष्ट्र) से कलेक्शन कर लौटते समय चेंदरी माता मंदिर के पास अज्ञात व्यक्तियों ने उससे मारपीट कर लूटपाट की.

उसने अपनी शिकायत में बताया कि लुटेरे उसकी होंडा हॉर्नेट मोटरसाइकिल (CG 08 BD 1119) जिसकी कीमत करीब 1,35,000 रुपये, ब्राउन कलर के लेदर बैग में रखे नगद 2,00,000 रुपये, एक हेलमेट, दो मोबाइल फोन (VIVO V29 और OnePlus 12R, जिनकी कीमत लगभग 10,000 रुपये), चांदी का ब्रेसलेट और सोने की बाली (लगभग 5000 रुपये) सहित कुल 3,50,000 रुपये लूटकर ले गए.

पुलिस जांच और खुलासा:

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और तकनीकी साक्ष्य की मदद से सरगर्मी से पतासाजी की. जांच के दौरान यह पता चला कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं थी. प्रार्थी मयूर कुमार अडमें ने कर्ज चुकाने के लिए खुद ही यह झूठी योजना बनाई थी और थाना बोरतलाव में झूठी रिपोर्ट लिखवाई थी.

पूछताछ में सामने आया कि उसने ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक, डोंगरगढ़ के कलेक्शन के पूरे 2,00,000 रुपये अपने घर के बाहर बरामदे के पास एक खाली तेल के टीने में काले रंग के रुमाल में बांधकर छिपा दिए थे. इसके अलावा, अपनी मोटरसाइकिल, बैग, हेलमेट, कान की सोने की बाली, चांदी का ब्रेसलेट और दोनों मोबाइल फोन उसने रेलवे फ्लाईओवर के नीचे छिपा दिए थे.

गहन पूछताछ के बाद, पुलिस ने 2,00,000 रुपये नगद उसके घर से और बाकी सभी सामान रेलवे फ्लाईओवर के नीचे से बरामद कर लिया.

इस पूरी कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक अनिल गहिने, प्रधान आरक्षक रोहित पड़ोती, प्रधान आरक्षक केवल राम, आरक्षक नितिन यादव, आरक्षक धनेशूराम, आरक्षक जयकर राठिया, आरक्षक मुकेश ठाकुर और आरक्षक चैतन्य साहू का सराहनीय योगदान रहा.

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