14 लाख के 8400 नग कोरेक्स के साथ चार आरोपी गिरफ्तार… अवैध नशीली दवाई “कोडिन सिरप” की अब तक़ की सबसे बड़ी खेप पर बिलासपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

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बिलासपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व उप पुलिस महानिरीक्षक महोदया ने नशे के विरुद्ध कारगर कार्यवाही करने का आदेश जिले के सभी थाना प्रभारिओ को दिया गया था. जिसके परिपालन में सिविललाइन पुलिस लगातार नशे के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है. इसी आदेश के अनुक्रम में अति पुलिस अधीक्षक शहर व नगर पोलीस अधीक्षक सिबिललाइन के मार्गदर्शन में सिविललाइन पुलिस को मुखबिर की सूचना पर बड़ी कारवाही ndps act के तहत की गई है। नशे के सामान के अवैध व्यापार करने वालो के अवैध नशीली दवाई “कोडिन सिरप” की अब तक़ की सबसे बड़ी खेप जप्त चार आरोपी को बिलासपुर ने गिरफ्तार किया है।

पकड़े गये आरोपियों में .महेंद्र साहू पिता किशन साहू पेण्ड्री, जांजगीर.(डीलर मुख्य आरोपी ), सत्यनारायण अग्रवाल पिता बजरंग लाल ससहा पामगढ जांजगीर (वितरण करने वाला आरोपी ) .रोशन लाल मिश्रा पिता बद्री खुशीविहार कॉलोनी, तिफरा सिरगिट्टी (ट्रांसपोर्टर, बीच बीच में आरोपिओ को सप्लाई करता था ), राजकुमार केवट पिता दुखीराम ससहा पामगढ (मुख्य आरोपी का सहयोगी, ग्राहकों को वितरण ) को गिरफ्तार किया गया है।












पुलिस ने महाराणा प्रताप चौक पास, व्यापार विहार रोड, बिलासपुर से आरोपियों के पास से 8400 नग कोरेक्स ( chlorpheiramine maleate codeine phosphate syrup maxcoff syrup)सिरप की अवैध बड़ी मात्रा 70 कार्टून जप्त खाकी रंग के कार्टून में अवैध मादक पदार्थ मसरूका 14 लाख करीबन (प्रिंट रेट ) जप्त किया है।

आरोपिओ द्वारा 100 कार्टून मंगाया गया था जिसमे राहुल ट्रांसपोर्टर ने एक एक दो दो करके नशे का सामान बेचने को उपलब्ध कराया. बाकी कार्टून छुपाकर अपने गोडाउन में रखा रहा. ग्राहक उपलब्ध होने पर सम्पर्क करके नशीली सीरप को बिक्री वास्ते ले जाया जाता था. पुलिस ने ये कार्रवाई आरक्षक सरफराज की सूचना पर बड़ी कार्यवाही की। अवेध नशे का सामान लाने ले जाने के लिए बिना नंबर के स्प्लेंडर प्लस का उपयोप किया। पहले मुख्य आरोपी को बिक्री करते रंगे हाथो घटनास्थल पर रेड करके पकड़ा गया. बाद उसके मेमोरांडम कथन आधार पर अन्य आरोपी तक़ पुलिस पहुंच सकी।

इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ Si khare, asi manhar, c sarfraj, davend dube, rajesh naarang, vikash yadav,के साथ समस्त सिविललाइन पुलिस की अहम भूमिका रही। आरोपिओ ने कहाँ से ये अवैध नशे की सिरप मंगाई, उसके लिए पूछताछ विस्तृत कि गई है जिसमे चेन्नई से तार जुड़े होने की जानकारी मिली है. आरोपिओ ने ट्रांसपोर्ट स्लिप को फाड़ दिया है. रायपुर में ट्रांसपोर्ट कराया गया. चेन्नई में कंपनी होने की जानकारी मिली है. उत्तराखंड में मेडसिन की फैक्ट्री होना बताता गया है.













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