गेटवे ऑफ इंडिया से अटल सेतु तक 4 घंटे और 17 मिनट में एकल समुद्री तैराकी पूरी कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की
अनिल रतेरिया की खास रिपोर्ट/रायगढ़। 65 वर्षीय शिरीष पत्की ने, जिनका जन्म स्थल रायगढ़ है, गेटवे ऑफ इंडिया से अटल सेतु तक 16 किलोमीटर की ऐतिहासिक एकल समुद्री तैराकी 17 नवम्बर 2024 को पूरी की।
सेवानिवृत्त बैंकर, शिरीष अनंत पत्की (65) ने 17 नवंबर को गेटवे ऑफ इंडिया से अटल सेतु तक 4 घंटे और 17 मिनट में 16 किलोमीटर की एकल समुद्री तैराकी पूरी करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। रविवार की सुबह आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र एमेच्योर एक्वेटिक एसोसिएशन की देखरेख में मुंबई सी स्विमर्स द्वारा किया गया था। पत्की की उपलब्धि इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि उनका मानना है कि उनकी उम्र में किसी भी भारतीय ने 15 किलोमीटर से अधिक की एकल तैराकी नही की है।
यह असाधारण उपलब्धि भारतीय जलतरन खेलों में एक अग्रणी के रूप में उनकी जगह को मजबूत करती है। कभी बैडमिंटन के शौकीन रहे पत्की ने 50 साल की उम्र में तैराकी की ओर रुख किया और रायगढ़ भारतीय स्टेट बैंक मे नौकरी के दोरान कोच बलराम भोई से तैराकी सिखी।
मुम्बई स्थानांतरण होने के बाद भी पत्की ने तैराकी जारी रखी। एक बड़ी बाइक दुर्घटना में उनके दाहिने हाथ का रेडियल हेड निकालना पडा जिसके कारण उन्होने बैडमिंटन खेलना बन्द कर केवल तैराकी चालू रखी। समुद्री तैराकी उन्होने मुम्बई मे नौकरी के दौरान कोच किशोर पाटील से सीखी। सेवानिवृत्ती के बाद तैराकी उनका जुनून बन गई और तब से उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिताओं में कई पदक और ट्रॉफी जीती हैं। इस 16 किलोमीटर की तैराकी पर विचार करते हुए, पत्की ने शुरुआती चुनौतियों पर काबू पाने का वर्णन किया, जिसमें समुद्री कचरे को पार करना और तैराकी की प्रगति के साथ थकान से जूझना शामिल था। हालांकि, उनके दृढ़ संकल्प ने उन्हें भारत के सबसे लंबे पुल, अटल सेतु पुल के नीचे फिनिश लाइन तक पहुँचाया।
अविस्मरणीय अनुभव को याद करते हुए पत्की ने कहा, मैं शुरुआती बिंदु पर अपने दिल की धड़कनों के साथ खड़ा था – डर से नहीं, बल्कि इस चुनौती को पूर्ण करने के साहस के साथ।