जशपुर। जशपुर जिले में ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से वाहनों का फाइनेंस कर उन्हें बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में कोतबा पुलिस ने रैकेट के मुख्य आरोपी शाहरूख खान (26) और उसके साथी वसीम अकरम (40) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 10 बुलेट बाइक और एक स्कूटी बरामद की है। इन वाहनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए फाइनेंस कराकर अन्य लोगों को बेच दिया गया था।
दरअसल, इस ठगी के अनोखे मामले की शुरुआत तब हुई जब कोतबा निवासी आशीष शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे एक आर.सी. बुक मिली, जिसमें उसकी जानकारी के बिना एक वाहन (रजिस्ट्रेशन नंबर CGV29 AG 1344) को हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस कंपनी के माध्यम से फाइनेंस कर खरीदा गया था, जबकि आशीष और उनके परिवार के किसी भी सदस्य ने इस वर्ष कोई वाहन नहीं खरीदा था और न ही उन्होंने फाइनेंस के लिए अपने दस्तावेज जमा किए थे। मामले की गहन जांच के दौरान खुलासा हुआ कि उनके दस्तावेज की फोटोकॉपी स्कूटी के डिक्की से चुराई गई थी, जिसे आरोपियों ने फर्जीवाड़ा करने के लिए इस्तेमाल किया।
जशपुर के पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने इस ठगी के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। सायबर सेल की मदद से आरोपियों का पता लगाने में सफलता मिली, जिसके बाद कोतबा चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर राकेश सिंह ने टीम के साथ अम्बिकापुर से मुख्य आरोपी शाहरूख खान को गिरफ्तार किया और कोतबा चौकी लाया। पूछताछ में शाहरूख ने बताया कि वह फर्जी दस्तावेज तैयार कर वाहनों को अन्य व्यक्तियों को बेच देता था और अपने सहयोगी वसीम अकरम के साथ ठगी की योजना बनाता था।
शाहरूख खान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अम्बिकापुर और सूरजपुर से अलग-अलग लोगों से 10 बुलेट और 1 स्कूटी बरामद की। इसके बाद वसीम अकरम को भी पुलिस ने अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने भी अपराध में शामिल होने की बात कबूल की। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और अब अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।
जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि दस्तावेजों का धोखाधड़ी से इस्तेमाल कर वाहनों का फाइनेंस कराकर उन्हें बेचने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। आरोपियों के कब्जे से 10 बुलेट और एक स्कूटी बरामद की गई है। अन्य आरोपियों की भी पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।