रायगढ़ टॉप न्यूज 31 जनवरी। बड़े रामपुर ट्रेंचिंग ग्राउंड में सालों से डंप कचरा हमेशा के लिए जल्दी खत्म हो जाएगा। ट्रेंचिंग ग्राउंड में चल रहे बायो लीगेसी के 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कमिश्नर संबित मिश्रा के निर्देशन में टेंडर प्रक्रिया पूर्ण की गई।नगर निगम रायगढ़ द्वारा लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के कार्य के लिए मेसर्स ईकोस्टेन इंफ़्रा प्राइवट लिमिटेड का चयन किया गया है। क़रीब 6 एकड़ में फैले डम्पसाइट में 50 हज़ार क्यूबिक मीटर पूराना कचरा जमा है, जिसका वैज्ञानिक तरीके से निबटान ईकोस्टेन इंफ़्रा द्वारा किया जा रहा है। कम्पनी द्वारा 15 नवम्बर 2022 को अनुबंध होने के तुरंत बाद कार्य शुरू कर दिया गया है। कचरे को प्रॉसेस करने के लिए सबसे पहले एक्सवेटर मशीन द्वारा कचरे को उलट पलट करके कचरे को सुखाया जाता है। इसके बाद कचरे को ट्रोमेल मशीन द्वारा प्रॉसेस किया जाता है।
मशीन प्राइमरी कोनवेयर पे मज़दूरों की मदद से भारी मटीरीयल जैसे ईंट, पत्थर, लोहा इत्यादि अलग कर दिया जाता है। इसके बाद कचरे की स्क्रीनिंग की जाती है।
6 एम एम के उप्पर का मटीरीयल जैसे ईट, पत्थर आदि से निगम क्षेत्र अंतर्गत के गड्ढों को पाटने का काम आ रहा है। इसी तरह 35 एम एम से उप्पर यानी प्लास्टिक मटीरीयल को साफ़ करके सिमेंट फ़ैक्टरी को आरडीएफ ( रिफ़्यूज़ डिराइव्ड फ़्यूल) बनाने के लिए भेजा जा रहा है, अब तक करीब 800 टन प्लास्टिक सीमेंट फैक्ट्री को भेजा गया है। आईडीएफ का ट्रांसपोर्ट कवर्ड वाहनों से किया जाता है। बड़े रामपुर ट्रेंचिंग ग्राउंड में उत्तम कचरा के उठाओ का करीब 50 प्रतिशत कार्य हो गया है। बड़े रामपुर में कंपनी द्वारा लगाए गए प्लांट में 3 शिफ़्ट में हर रोज लगभग 21 घंटे कार्य चलता है। 15 मार्च तक यहां कार्य पूर्ण होने की बात कंपनी के अधिकारी कह रहे हैं।
सिर्फ मिट्टी की जमीन ही रह जाएगी रामपुर में ट्रेंचिंग ग्राउंड जहां कचरे का पहाड़ था, वहां आने वाले मार्च के महीनों में सिर्फ मिट्टी के मैदान ही रहेगा। यहां किसी प्रकार का कोई कचरा बाकी नहीं रहेगा। खास बात यह है कि यहां पर डंप हर एक कचरे को रीसायकल युक्त बनाया जा रहा है।