रायगढ़

Raigarh News: रायगढ़ कलेक्टर का स्वास्थ्य विभाग को निर्देश: हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं और गैर-संचारी रोगों पर विशेष ध्यान दें

रायगढ़, 11 जुलाई 2025।  कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने लोक स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक सुलभ बनाने पर जोर देते हुए विभाग को अपनी जिम्मेदारियों को कुशलता से निभाने का निर्देश दिया। बैठक में जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव और सहायक कलेक्टर अक्षय डोसी भी मौजूद थे।

हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की गहन मॉनिटरिंग
कलेक्टर चतुर्वेदी ने हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की सेहत पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी महिलाओं की हर तिमाही विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अनिवार्य जांचें (सोनोग्राफी, हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर आदि) सुनिश्चित की जाएं। प्रसव की संभावित तिथि की जानकारी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) से लेकर गांव की मितानिन तक होनी चाहिए। उन्होंने रोजाना कॉल कर उनके स्वास्थ्य और खान-पान की जानकारी लेने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी अस्पतालों में आयरन फोलिक एसिड और कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने और सिकल सेल की नियमित जांच करने को कहा।

गैर-संचारी रोगों (BP, शुगर) का नियमित फॉलोअप
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की सभी प्रमुख योजनाओं की समीक्षा करते हुए नॉन-कम्युनिकेबल डिसीज (NCD) के अंतर्गत आने वाले मरीजों के बीपी और शुगर की अनिवार्य जांच पर जोर दिया। उन्होंने जांच के बाद नियमित फॉलोअप न होने पर नाराजगी जताई और निर्देशित किया कि ऐसे मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। अस्पतालों में आने वाले मरीजों के साथ-साथ आउटरीच शिविरों में चिन्हित मरीजों को भी नियमित जांच और दवा का वितरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इसके लिए जानकारी दर्ज करने, फॉलोअप शेड्यूल बनाने और फील्ड स्टाफ को अलर्ट करने को कहा, जिससे इन मरीजों को अन्य बीमारियों का खतरा कम हो।

मौसमी और मच्छर जनित बीमारियों से बचाव
मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए कलेक्टर ने विभागीय तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने डेंगू से बचाव हेतु नगरीय निकायों को टेमीफॉस उपलब्ध कराने और उनके साथ समन्वय से काम करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य अमले को मौसमी और मच्छर जनित बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के लिए अलर्ट रहकर काम करने को कहा। फील्ड लेवल पर सभी हेल्थ स्टाफ की कार्यस्थल पर समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर समीक्षा
कलेक्टर चतुर्वेदी ने बैठक में संस्थागत प्रसव, शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम (टीकाकरण प्रगति), क्षय नियंत्रण कार्यक्रम और आयुष्मान भारत योजनाओं की भी समीक्षा की।

टेली मेडिसिन का अधिकतम लाभ
बैठक में टेली मेडिसिन से उपचार पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बताया गया कि इसके लिए 5 ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्हित किए गए हैं, जहां एचडी कैमरे और स्क्रीन लगाए गए हैं। डॉक्टरों की ऑनलाइन आईडी बनाकर रोस्टर तैयार कर टेली मेडिसिन सेवा शुरू कर दी गई है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों से दूर-दराज के अधिकाधिक लोगों को इस सुविधा का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।

इस बैठक में सीएमएचओ डॉ. अनिल जगत, डीपीएम सुश्री रंजना पैंकरा सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी बीएमओ, बीपीएम और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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