Home Blog Page 59

महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने किया आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा, लापरवाही पर भड़कीं, मंत्री ने अफसर को लगाई फटकार

0

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के चारामा ब्लॉक स्थित दरगाहन गांव में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने 24 अप्रैल को अचानक आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान मिली अनियमितताओं पर मंत्री ने नाराजगी जताई और जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।

मंत्री को केंद्र में बच्चों की कम उपस्थिति, भोजन रोस्टर का पालन न होना और व्यवस्थाओं में लापरवाही दिखाई दी। इस पर उन्होंने व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।

मंत्री ने अफसर को लगाई फटकार

वहीं 15 अप्रैल को मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आकस्मिक बालोद जिले का दौरा किया था। इस दौरान मंत्री की औचक निरीक्षण से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। इसके बाद सखी वन स्टॉप सेंटर, घरौंदा, वृद्धाश्रम, नशा मुक्ति केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया था। मंत्री के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी नदारत दिखे थे। वहीं मौके पर समाज कल्याण विभाग की सचिव, महिला बाल विकास विभाग की सचिव, संचालक सहित तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे।

जिला भाजपा संगठन ने सर्किट हाउस में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी और महिला बाल विकास विभाग अधिकारी की शिकायत कर उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े आगबबूला हो गई और उन्होंने महिला बाल विकास विभाग अधिकारी को कड़ी फटकार लगा दी थी। इस दौरान उन्होंने सुधर जाने की हिदायत भी दी थी।













CG News: सड़क हादसे में CAF जवान की मौत,  दो बाइक की आमने-सामने टक्कर, एक गंभीर रूप से घायल

0

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के मुलमुला क्षेत्र में दो बाइकों की जोरदार टक्कर हो गई, जिससे CAF जवान सूरज पटेल की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। चचेरा भाई विक्रम पटेल गंभीर रूप से घायल हो गया है, इलाज के दौरान उन्हें बिलासपुर रेफर किया गया है। हादसा इतना दर्दनाक था कि CAF जवान सूरज पटेल के सिर पर गंभीर चोटें और उनकी मौके पर ही घटनास्थल पर मौत हो गई।

मिली जानकारी अनुसार, ग्राम पनगांव निवासी CAF जवान सूरज पटेल छुट्टी पर घर आया हुआ था, तभी मंगलवार 22 अप्रैल को वह अपने चचेरे भाई के साथ ग्राम सिल्ली किसी काम से जा रहा था। दोनों ग्राम मुड़पार के पास पहुंचे तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार बाइक से उनकी बाइक जा भिड़ी।

अज्ञात बाइक चालक के खिलाफ मामला दर्ज

घटना की सूचना मिलते ही 112 की टीम वहां पहुंची और CAF जवान सूरज पटेल के चचेरे भाई विक्रम पटेल को पामगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के दौरान उसे बिलासपर रेफर कर दिया गया। वहां मौजूद लोगों के मुताबिक दुर्घटना के बाद दूसरा बाइक चालक मौके से अपने बाइक के साथ फरार हो गया। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बाइक चालक पर मामला दर्ज कर लिया है। मुलमुला पुलिस ने जवान के शव को पंचनामा कार्रवाई पूरी करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।













छत्तीसगढ़ में निवेश के असीम अवसर, वाणिज्य मंत्री ने मुंबई में उद्योगपतियों से किया संवाद

0

रायपुर, 24 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन आज मुंबई में आयोजित ‘इंडिया स्टील 2025’ सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ को इस्पात उत्पादन और औद्योगिक निवेश के लिए तेजी से उभरता हुआ गंतव्य बताया। मंत्री देवांगन ने इस्पात क्षेत्र में राज्य सरकार की नीति, पारदर्शिता और प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी दी और देश-विदेश के निवेशकों से राज्य के औद्योगिक विकास में साझेदार बनने का आह्वान किया।













ग्राम दर्रामुड़ा में श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य आयोजन, विधायक उमेश पटेल हुए शामिल

0

 

खरसि‌या। खरसिया के ग्राम दर्रामुड़ा, गौतम चौक के पास में इन दिनों भक्तिमय वातावरण का सृजन हुआ है, जहां पटैल परिवार द्वारा स्वर्गीय जमुना बाई पटैल की स्मृति में श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन पूरे ग्राम को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर रहा है। सात दिवसीय कथा महोत्सव के सप्तम दिवस, दिनांक 23 अप्रैल 2025 को विशेष रूप से खरसिया के लोकप्रिय विधायक उमेश पटेल ने भी उपस्थित होकर इस पुण्य अवसर की शोभा बढ़ाई। व्यासपीठ पर विराजमान पंडित दीपककृष्ण महाराज (ग्राम-घघरा, खरसिया) से उन्होंने आशीर्वाद प्राप्त किया और श्रद्धालुओं के बीच पहुँचकर भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया। इस अवसर पर समूचा वातावरण “हर-हर महादेव” और “राधे-राधे” के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।

विधायक उमेश पटेल ने अपने उद्बोधन में ग्राम दर्रामुड़ा में धार्मिक आयोजनों की श्रृंखला को सराहते हुए कहा कि भगवान की कथा, भजन और स्तुति जिस स्थान पर होती है, वह स्थान स्वतः एक मंदिर के समतुल्य बन जाता है। उन्होंने कहा कि पटैल परिवार द्वारा शिवमहापुराण जैसी दिव्य कथा का आयोजन न केवल ग्राम के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह दर्शाता है कि यहां की संस्कृति और परंपरा आध्यात्मिक मूल्यों से परिपूर्ण है। उन्होंने आयोजन समिति, ग्रामवासियों और विशेष रूप से युवा वर्ग की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की और कहा कि यह आयोजन एक सकारात्मक सामाजिक संदेश भी देता है, जहां धर्म, भक्ति और एकता का संगम देखने को मिलता है। विधायक ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज को जोड़ने और आध्यात्मिक उन्नयन में सहायक होते हैं।

कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति यह दर्शाती है कि लोग अब पुनः धार्मिक आयोजनों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। व्यासपीठ से पंडित दीपककृष्ण महाराज ने भगवान शिव की लीला और महिमा का भावपूर्ण वर्णन करते हुए भक्तों को गहराई से भक्ति रस में सराबोर किया। विधायक उमेश पटेल ने भी कथा श्रवण किया और आयोजन के अंत में यह संदेश दिया कि कोई भी धार्मिक कार्यक्रम तभी सार्थक होता है जब उसमें निरंतरता और सामूहिकता बनी रहे। उन्होंने ईश्वर से सभी ग्रामवासियों के लिए सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की तथा भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों में सहभागी बनने की इच्छा जताई। दर्रामुड़ा में आयोजित यह कथा न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अवसर बना, बल्कि यह ग्राम के धार्मिक एवं सांस्कृतिक इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय भी जोड़ गया।













पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए रायपुर के कारोबारी को CM ने दिया कंधा, कहा- प्रदेश ने अपना बेटा खोया है

0

रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में जान गंवाने वाले रायपुर निवासी दिनेश मिरानिया को सीएम विष्णु देव साय ने भी श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने मिरानिया के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और अंतिम यात्रा में कंधा देकर उन्हें अंतिम विदाई दी.

सीएम ने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया. साय ने कहा कि मिरानिया के पावन स्मृतियों को सहेजने और चिर स्थायी बनाने लिए सरकार किसी सड़क या चौक को उनके नाम पर करेंगे.

साय ने कहा कि आतंकवादियों की इस कायराना हरकत ने देश की आत्मा पर चोट किया है. पूरे प्रदेश के लिए भी यह दुख और पीड़ा का क्षण है. घिनौनी आतंकवादी घटना में प्रदेश ने अपना एक बेटा खो दिया है. उन्होंने कहा कि धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित हुई, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिला और घाटी के विकास को गति मिली थी. आतंकवादियों ने पर्यटकों के जरिए कश्मीर और देश को अस्थिर करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि पूरा देश एकजुटता के साथ इस अमानवीय कृत्य का बदला लेगा. साय ने कहा कि पाकिस्तान के शह पर हुई इस हमले का अंजाम उसे भुगताना पड़ेगा.

परिवार का बंधाया ढांढस
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया की भी मौत हो गई है. उनके पार्थिव शरीर को बुधवार की शाम को रायपुर लाया गया. आज गुरुवार की सुबह अंतिम यात्रा उनके समता कॉलोनी स्थित निवास से निकाली गई. अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए राज्यपाल रमेन डेका, सीएम विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह सहित अन्य नेता भी शामिल हुए.

राज्यपाल डेका भी मिरानिया के घर पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया.उन्होंने शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर उन्हें ढ़ांढ़स बंधाया.

दरअसल मंगलवार को दिनेश मिरानिया अपनी शादी की सालगिरह मनाने के लिए परिवार के साथ पहलगाम के बैसारन घाटी इलाके में गए थे, जहां आतंकियों ने उनका नाम पूछकर पत्नी और बच्चों के सामने गोली मार दी थी. इस हमले में उनकी पत्नी नेहा घायल हुईं, जबकि दोनों बच्चे सुरक्षित हैं.

वित्त मंत्री ओपी चौधरी अंतिम संस्कार में हुए शामिल

वित्त मंत्री ओपी चौधरी रायपुर में कश्मीर में शहीद हुये दिनेश के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने दिनेश जी को सच्ची श्रद्धांजली तभी होगी, जब हम सब मिलकर ऐसे भारत का नव-निर्माण करेंगे, जहाँ अपनी जान बचाने के लिये अपना कलावा नही छुपाना पड़ेगा, अपने रुद्राक्ष की माला नही छुपाना पड़ेगा; और अपने माथे का तिलक नही छुपाना पड़ेगा; और जान बचाने के लिये कलमा पढ़ना भी नही पड़ेगा।













पंडवानी गायिका तीजन बाई का जन्मदिन आज, छत्तीसगढ़ की लोक-कला ‘पंडवानी’ को विदेश तक पहुंचाने वाली तीजन बाई की कहानी 

0

 

रायपुर। तीजन बाई छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका हैं. जिन्होंने पंडवानी शैली में गायन करके राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम ऊंचा किया है. पंडवानी गायन में तीजनबाई के अतुल्यनीय योगदान को देखते हुए उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण का पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. तीजनबाई कापालिक शैली की पहली महिला पंडवानी गायिका हैं. तीजन बाई का जन्म 24 अप्रैल 1956 को छत्तीसगढ़ के भिलाई गनियारी गांव में हुआ था. महज तेरह साल की उम्र में तीजनबाई ने पंडवानी शैली में गायन शुरु कर दिया था.

डिप्टी सीएम अरुण साव  ने तीजन बाई को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने सोशल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए कहा- प्रदेश की लोककला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित कर छत्तीसगढ़ महतारी का मान बढ़ाने वाली सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका, पद्म श्री, पद्म भूषण व पद्म विभूषण श्रीमती डॉ. तीजन बाई जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मां महामाया से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।

 

लोक संगीत को दिलाई पहचान 

तीजन बाई भारतीय लोक संगीत की एक प्रसिद्ध गायिका हैं. जिन्हें पंडवानी में महारथ हासिल हैं. तीजन बाई ने अपनी कला के माध्यम से जनता के बीच समाज के अनेक मुद्दों को उठाया. इससे उन्हें समाज सुधारने और उसमें सद्भावना लाने में मदद मिली. उन्होंने अपने जीवन में कई समाजसेवी कार्य किए. लोक संगीत के माध्यम से आगे बढ़ने का एक नया रास्ता मिला. तीजन बाई की गायकी की संगीत रूपरेखा में भावनात्मक तान-संगत सबसे अलग है.

पंडवानी शैली है खासियत 

पंडवानी गायिका तीजन बाई अपनी शैली के लिए प्रसिद्ध हैं. यह गायनी मुख्य रूप से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में गायी जाती है. पंडवानी गायिकी में घटना का गायन किया जाता है.जिसमें महाभारत के कथाओं को प्राथमिकता दी जाती है. इन कथाओं का मुख्य नायक भीम होता है.इसलिए पंडवानी महाभारत के इर्द-गिर्द ही घूमती है. छत्तीसगढ़ी भाषा में इसका गायन रोमांचित करने वाला होता है.

पद्मविभूषण डॉ. तीजन बाई : ऐसी है संघर्ष और सफलता की कहानी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में पद्म भूषण,पद्म विभूषण और पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए। पुरस्कार पाने वाले में कलाकार, खिलाड़ी, साहित्य जगत के साथ अन्य क्षेत्रों के लोग भी शामिल रहे। छत्तीसगढ़ की प्रसिद्घ पंडवानी गायिका तीजन बाई को पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। तीजन बाई छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं।

डॉ तीजन बाई ने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है, लेकिन उनकी उपलब्धी को देखते हुए बिलासपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है। देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली तीजनबाई ने छत्तीसगढ़ की प्राचीनतम पंडवानी गायन कला को जीवित रखा है और अब वे उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचा रही हैं।

13 साल की उम्र में किया था पहला मंच प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ के भिलाई के गांव गनियारी में तीजन बाई का जन्म हुआ था और इनके नाना ब्रजलाल ने इन्हें प्राचीन पंडवानी कला को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। वे उन्हें महाभारत की कहानियां गाते सुनाते और धीरे-धीरे उन्हें को यह कहानियां याद होने लगीं। उनकी लगन और प्रतिभा को देखकर उमेद सिंह देशमुख ने उन्हें पंडवानी का अनौपचारिक प्रशिक्षण दिया। 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना पहला मंच प्रदर्शन किया।

उस समय में महिला पंडवानी गायिकाएं केवल बैठकर गा सकती थीं जिसे वेदमती शैली कहा जाता है। पुरुष खड़े होकर कापालिक शैली में गाते थे। तीजनबाई वे पहली महिला थीं जो जिन्होंने कापालिक शैली में पंडवानी का प्रदर्शन किया।

एक दिन ऐसा भी आया जब प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर ने उन्हें सुना और तबसे तीजनबाई का जीवन बदल गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर अनेक अतिविशिष्ट लोगों के सामने देश-विदेश में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया।

अद्भुत होता है पंडवानी का प्रदर्शन

प्रदेश और देश की सरकारी व गैरसरकारी अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत तीजनबाई मंच पर सम्मोहित कर देनेवाले अद्भुत पंडवानी नृत्य नाट्य का प्रदर्शन करती हैं। ज्यों ही प्रदर्शन आरंभ होता है, उनका रंगीन फुंदनों वाला तानपूरा अभिव्यक्ति के अलग-अलग रूप ले लेता है।

कभी दुःशासन की बांह, कभी अर्जुन का रथ, कभी भीम की गदा तो कभी द्रौपदी के बाल में बदलकर यह तानपूरा श्रोताओं को इतिहास के उस समय में पहुंचा देता है जहां वे तीजन के साथ-साथ जोश, होश, क्रोध, दर्द, उत्साह, उमंग और छल-कपट की ऐतिहासिक संवेदना को महसूस करते हैं। उनकी ठोस लोकनाट्य वाली आवाज और अभिनय, नृत्य और संवाद उनकी कला के विशेष अंग हैं।

 

डॉ तीजन को उनकी कला के लिए सन 1988 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और 2003 में पद्म भूषण से अलंकृत किया गया। उन्हें 1995 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और 2007 में नृत्य शिरोमणि से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनकी कला को भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा काफी संरक्षण मिला।













बीजापुर के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन, मारे गए 3 नक्सली

0
filephoto

 

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक बड़ी खबर है. यहां कर्रेगट्टा की पहाड़ी पर पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है.इसमें अब तक 3 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. बताया जा रहा है कि इनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं.

सबसे बड़ा ऑपरेशन लांच
दरअसल छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों और पुलिस ने अब का सबसे बड़ा ऑपरेशन लांच किया है. यहां अब तक की जो सूचना मिली है इसके मुताबिक सुरक्षा बलों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है. इलाके में भीषण मुठभेड़ चल रही है. करीब 150 नक्सलियों को जवानों ने यहां घेरकर रखा हुआ है. दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलीबारी चल रही है. बताया जा रहा है कि यहां 3 दिनों से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है.

एक करोड़ का इनामी नक्सली हिड़मा, देवा, दामोदर सहित कई बड़े नक्सली घिरे हुए हैं. जिस तरह से मुठभेड़ चल रही है माना जा रहा है कि कई बड़े नक्सली ढेर हो सकते हैं. तीन नक्सली ढेर हुए हैं उनकी पहचान होना अभी बाकी है.
ये भी पढ़ें













Raigarh News शनि मदिर जाने वाली सड़क खुली, ब्रिज में गर्डर लगाने का काम पूरा हुआ, अब शहरवासियों को मिलेगी जाम से राहत

0

 रायगढ़। चक्रपथ के ऊपर 100 साल से अधिक समय से लगे ब्रिज को बदलने का काम किया जा रहा है, बुधवार को शनि मंदिर के पास गर्डर लांचिंग का काम को पूरा कर लिया गया, जिससे शहीद चौक से लेकर शनि मंदिर जेल कॉम्लेक्स जाने वाली सड़क को खोल दिया गया है।

वहीं चक्रपथ के ऊपर पुराने गर्डर को उतार कर नए गर्डर को लगाने का काम गुरुवार की शाम को या शुक्रवार की सुबह तक पूरा हो जाने की संभावना है इसके न बाद यहां से भी ट्रैफिक की आवाजाही हो सकेगी। गर्डर लगाए जाने के बाद जो बड़े बड़े क्रेन मंगाए गए हैं, उन क्रेन को व समेटकर वापस ले जाने में समय न लग जाने की बात कही जा रही है,। बताया जाता हैं कि आज या कल में सारी ट्रैफिक व्यवस्थाएं – ठीक हो जाने की बात कही जा रही है। बुधवार को भी जूटमिल जाने वाली ओवरब्रिज और चक्रधर नगर रेलवे फाटक से भी कलेक्ट्रोरेट जाने वाले रास्ते में काफी भीड़ थी। जिसे व्यवस्थित और ट्रैफिक जाम को ठीक करने के लिए ट्रैफिक अमला डटा हुआ था।

कल से ट्रेने भी चलेगी

बिलासपुर-झारसुगड़ा रूट पर चौथी लाइन के साथ ही इस काम के चलते रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर चलने वाली 36 ट्रेनों को कैंसिल किया गया था। उसे 25 अप्रैल से यह ट्रेने फिर से चलना शुरु हो जाएगी, हावड़ा रूट की यह गाड़ियां 11 से 24 अप्रैल तक नहीं चल रही है। वहीं, 44 दिनों

तक 4 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है, इसके बाद मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखण्ड, महाराष्ट्र और बिहार के यात्रियों को राहत मिलेगी। हावड़ा-मुंबई-हावड़ा मेल 14-14 दिन और मुंबई-हावड़ा-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस 8-8 दिन डायवर्टेड रूट से चल रही थी, इसी तरह बिलासपुर-झारसुगुड़ा-बिलासपुर के बीच 45 दिन तक जेडी ट्रेन आधे रास्ते ही चल रही थी, वही हजरत निजामुद्दीन-रायगढ़-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस 10-10 दिन आधे रास्ते रद्द थी, यह ट्रेने फिर से चलना शुरु हो जाएगा।













रायगढ़ में भाजपा ने मौन सभा किया, कांग्रेसियों ने निकाला कैंडल मार्च, पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जताया विरोध, पाकिस्तान के खिलाफ लगाए नारे

0

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भाजपा और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताया। भाजपा ने मौन सभा कर 2 मिनट का मौन धारण किया, तो कांग्रेसियों ने कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

बुधवार की शाम जिला भाजपा कार्यालय से भाजपा नेता और कार्यकर्ता पाकिस्तान और आंतकवाद के खिलाफ नारे लगाते हुए महात्मा गांधी चौक पर पहुंचे।

जहां भाजपा नेताओं ने पाकिस्तान के घुसपैठियों का इसे कायराना हरकत बताया और कहा कि पूरे देशवासियों में इस हमले को लेकर काफी गुस्सा है। इस दौरान भाजपा नेताओं ने हमले में शहीद हुए सभी लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन धारण किया।

कांग्रेसियों ने घटना की निंदा की पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध जताया। कांग्रेस कमेटी से कैंडल मार्च निकालकर कांग्रेसी महात्मा गांधी चौक पहुंचे। जहां उन्होंने इस हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही कांग्रेसियों ने इस घटना की निंदा की है।

हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देगी प्रदेश भाजपा समिति के सदस्य गुरुपाल भल्ला ने कहा कि आज पाकिस्तान के घुसपैठियों के द्वारा 28 लोगों को शहादत दी गई है। मैं पूरे देशवासियों को बताना चाहता हूं कि जैसे पूर्व में पाकिस्तान के द्वारा दहशतगर्दी दिखाई गई थी।

जिसका हिंदुस्तान की सेना के द्वारा मुंहतोड़ जवाब दिया गया था। इस दहशतगर्दी का भी जवाब हमारी सेना द्वारा दिया जाएगा और उन्होंने कहा कि हम सब भारतवासी हमारी सेना के साथ हैं।

आतंकवादियों का कायरना हरकत जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि पहलगाम में जो आतंकी घटना हुई है, जिसमें पर्यटकों को आतंकवादियों ने गोलियों से मारा है। यह उनकी कायरना हरकत है।

जिसका विरोध जताया जा रहा है। इस घटना में जिन पर्यटकों की जान गई है, उनकी आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि देने उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस इस घटना की निंदा करती है।













आर्मी ने कहा- PSUs से परे खरीद को देखें, निजी भागीदारी को सक्षम करें, कुछ ऐसे बदलाव जल्द ही होंगे जो उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप हों,

0

रायपुर। आर्मी ने रक्षा खरीद नियमावली (DPM) में संशोधनों का सुझाव दिया है, जिस पर 2021 से रक्षा मंत्रालय द्वारा समीक्षा की जा रही है, ताकि इसे रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) की ओर झुकाव को सुधारने और निजी उद्योग के लिए एक समान स्तर का मैदान सुनिश्चित करने के लिए सच्चे आत्मनिर्भरता (aatmanirbharta) की दिशा में आगे बढ़ा सके।

उन्होंने कुछ प्रकार की निविदाओं में “आवंटन” का विचार लाने की भी सिफारिश की ताकि समान गुणवत्ता के उत्पाद पेश करने वाले निविदाकर्ता भी काम प्राप्त कर सकें, यदि संख्या अधिक है और कम क्षमता वाला सबसे कम बोलीदाता (LI bidder) है, लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह आउजिला, मास्टर जनरल सस्टेनेन्स, जो आर्मी की राजस्व खरीद की देखरेख करते हैं, ने सोमवार को पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) कार्यक्रम में कहा।

लेफ्टिनेंट जनरल Aujla ने “भारतीय सेना की राजस्व आवश्यकताओं” पर पीएचडीCCI के उद्योग संवाद सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि DPM को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। “हम पिछले दो वर्षों से इस पर काम कर रहे हैं। हम नीति निर्माताओं को इस DPM में संशोधन के लिए प्रेरित कर रहे हैं ताकि यह तेजी से अंतिम रूप में आए।”
MGS ने कहा कि DPM का अनुच्छेद 2.4.8 जो कि आग्नेयास्त्र फैक्ट्रियों और DPSU से खरीद से संबंधित है, सेना को मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) से दूर जाने से रोकता है।

“हमारे लिए 80 प्रतिशत हमारे सामान DPSUs द्वारा आपूर्ति किए जाते हैं” उन्होंने सेना की राजस्व खरीद का संदर्भ देते हुए कहा। MGS शाखा का वार्षिक खर्च 25,000 करोड़ से 30,000 करोड़ रुपये के बीच है, लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया।
“हम एक समान स्तर चाहते हैं हम प्रतिस्पर्धियों को चाहते हैं। हम दूर जाना चाहते हैं। भागीदारी और प्रतिस्पर्धी निविदा करने की प्रक्रिया में। जबकि प्रयास चल रहे हैं, प्रणाली ऐसी हैं कि इसमें समय लगता है। इसलिए हम उस परिवर्तन की अवधि में हैं। लेकिन बहुत जल्द आप लोगों को कुछ बदलाव, कुछ ऐसा माहौल दिखाई देगा जो आपकी आवश्यकताओं के अनुकूल हो” उद्योग प्रतिनिधियों को सत्र में आशा देते हुए। लेफ्टिनेंट जनरल आउजिला ने कहा
इस संदर्भ में, उन्होंने यह भी कहा कि यह एक उपयोगकर्ता संचालित बाजार होना चाहिए, न कि विक्रेता संचालित बाजार।