उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) में एक बार फिर मंगलवार को कुंभ सा नजारा देखने को मिला। सिंहस्थ महापर्व की तर्ज पर सैकड़ों साधु संत पेशवाई निकालकर स्नान किया। यह आयोजन 30 मई 2023 मंगलवार को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के उपलक्ष्य पर प्राचीन नीलगंगा सरोवर पर जूना अखाड़ा द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें अखाड़ा परिषद अध्यक्ष, महामंत्री सहित तमाम महामंडलेश्वर और साधु संत शामिल हुए।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में गंगा दशहरा पर बीते 35 वर्षों से रसराज प्रभात नृत्य संस्थान के कलाकार नटराज बाबा महाकाल को नृत्यांजलि अर्पित करते आ रहे हैं। इस बार भी भस्म आरती से शयन आरती तक लगातार 18 घंटे 80 से कलाकार अधिक नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा नीलगंगा घाट पर भव्य गंगा दशहरा उत्सव मनाया गया। सुबह 10:15 बजे सिंहस्थ की तर्ज पर साधु संतों की पेशवाई निकली। समापन पर सुबह 12 बजे नीलगंगा सरोवर में साधु संतों का शाही स्नान हुआ। शाम 7 बजे नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पित की जाएगी।