मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना से ठगी का एक हाई प्रोफाइल मामला सामने आया है। यहां SAF पुलिस की 5वीं बटालियन में पदस्थ एक आरक्षक ने 100 से ज्यादा बेरोजगारों से ठगी की है। आरक्षक खुद को बड़ा पहुंच वाला बताकर बेरोजगार युवक-युवतियों को पुलिस आरक्षक भर्ती और संविदा शिक्षक वर्ग-2 की मेरिट लिस्ट में नाम दर्ज कराने को लेकर करोड़ों रुपए ऐंठे हैं। वहीं आरोपी आरक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल 10 दिन पहले ठगी के शिकार बेरोजगार युवाओं ने पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान से मामले की शिकायत की थी। एसपी के निर्देश पर एसडीओपी कैलारस ने मामले की जांच कर फरियादी मोनू धाकड़ की रिपोर्ट पर आरोपी आरक्षक सोनेराम धाकड़ व उसके साले की के खिलाफ 22 मई को धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की थी। शुक्रवार को कैलारस पुलिस ने आरोपी आरक्षक सोनेराम धाकड़ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि उसका साला महेश धाकड़ अभी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कैलारस और पहाड़गढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले गांवों के रहने वाले 100 से ज्यादा बेरोजगारों से आरोपी SAFआरक्षक ने नौकरी लगवाने के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए मांगे थे, इसमें से कुछ ने 10 लाख दिए तो किसी ने कुछ कम दिए। आरोपी ने बेरोजगारों से करीब साढ़े 4 करोड़ रुपए नौकरी लगवाने के नाम पर ठगे है। बता दें कि शिकायतकर्ता मोनू के परीक्षा में वास्तविक नंबर-92 थे, जिस पर आरोपी ने 113 नंबर बढ़ाने की बात कही। लेकिन बाद में उसे पता लगा कि नंबर तो बढ़े ही नहीं हैं और उसके साथ धोखा हुआ है। जिसके बाद अन्य लोगों के साथ पहुंचकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं उसका साला फरार बताया जा रहा है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।