राजौरी. जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सोमवार (1 जनवरी) आतंकियों ने डांगरी इलाके में तीन अलग-अलग घरों को निशाना बनाते हुए 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद से इलाके भर में सेना के जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं. वहीं आज ऑपशेन के दौरान एक IED बलास्ट हुआ जिसमें 7 लोग घायल हो गए जबकि एक बच्चे की मौत हो गई.
दरअसल, बीते दिन आतंकियों ने डांगरी इलाके में तीन अल्पसंख्यकों के घरों पर धावा बोला और 4 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतकों में दीपक कुमार का नाम भी शामिल है. सेना के चलाए सर्च ऑपरेशन के दौरान दीपक के घर विस्फोटक फटा जिसमें 7 लोग घायल हो गए हैं जिसमें तीन महिलाएं हैं. आनन-फानन में सभी को अस्पताल भर्ती कराया गया है. वहीं, इस ब्लास्ट में एक बच्चे की मौत हो गई है.
हमले को लेकर लोगों में गुस्सा
वहीं, इस हमले के बाद से लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. आज राजौरी के डांगरी में मुख्य चौक पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. एक शख्स ने कहा कि, ”जिला प्रशासन विफल हो गया है. हमारी मांग है कि एलजी मनोज सिन्हा यहां आएं और हमारी मांगों को सुनें.” स्थानीय लोगों का कहना है कि आतंकी अल्पसंख्यकों को टारगेट कर के मार रहे हैं.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की हमले की निंदा
वहीं, अब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजौरी में हुए इस आतंकी हमले की निंदा की है. उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से कहा गया कि, ‘हमले में शहीद हुए प्रत्येक नागरिक के निकटतम संबंधी को 10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी. गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपए दिए जाएंगे.’
फौजी यूनिफॉर्म में थे आतंकी
चश्मदीदों ने मीडिया को बताया कि आतंकियों ने फौजी यूनिफॉर्म पहनी हुई थी और पहले एक घर में जाकर परिवार के सदस्यों से आधार कार्ड मांगा और फिर उनकी हिंदू पहचान कर गोली मार दी. इसी तरह तीन अलग-अलग घरों के 4 लोगों को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.