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आसिफ शेख की क्यों ब‍िगड़ी थी सेट पर तबीयत? एक्टर ने बताई पूरी ड‍िटेल

नई दिल्ली, ‘भाबीजी घर पर हैं’ के सेट पर विभूति नारायण मिश्रा यानी आसिफ शेख के बेहोश हो जाने और उन्हें अस्पताल ले जाने की खबर ने सबको हैरान कर दिया था. फैंस चिंता में पड़ गए थे कि आखिर उन्हें अचानक क्या होगा. कहा गया था कि आसिफ को आनन-फानन में मुंबई लाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जबकि ऐसा कुछ नहीं था.

अपनी तबीयत के बारे में आसिफ ने खुद बताया है. एक्टर ने कहा कि वो बीमार जरूर थे लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ा कर बताया गया है. आसिफ ने बताया कि वो एक हफ्ते से बीमार चल रहे थे. लेकिन अस्पताल में एडमिट नहीं हुए थे.

बढ़ा-चढ़ा कर दिखाई गई खबर

आसिफ बोले, ‘मेरी हेल्थ न्यूज को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. मैं निश्चित रूप से बहुत अस्वस्थ था, लेकिन मुझे अस्पताल में भर्ती होने और मुंबई ले जाने की खबर सच नहीं है. मैं देहरादून में एक एक्शन सीक्वेंस की शूटिंग कर रहा था, जहां भाबीजी घर पर हैं की पूरी कास्ट फिल्म की शूटिंग कर रही थी. हम वहां लगभग एक महीने से शूटिंग कर रहे हैं.’

TOI से बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि, ‘बहुत ज्यादा शारीरिक तनाव था, और मेरी पीठ में बहुत दर्द हो रहा था. इसलिए, मैं अपनी पीठ को थोड़ा आराम देने के लिए वैनिटी में चला गया. कुछ मिनट आराम करने के बाद, मैं अपने सीक्वेंस की शूटिंग के लिए उठा, और जब मैं चल रहा था, तो मेरी मांसपेशियों में बहुत ऐंठन हुई और मुझे बहुत दर्द हो रहा था. ये दरअसल साइटिका का दर्द था, इसलिए मैं खड़ा नहीं हो पा रहा था और चल नहीं पा रहा था.’

पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे आसिफ

हालांकि, आसिफ ने अपने हिस्से की शूटिंग भारी दवाइयों की डोज के साथ की. आसिफ ने कहा कि ‘ये शूटिंग का सेकेंड लास्ट दिन था. मैंने भारी पेन किलर्स लीं और आखिरी कुछ सीन शूट किए. क्योंकि मैं खड़ा नहीं हो सकता था और चल नहीं सकता था, इसलिए मैं व्हीलचेयर पर मुंबई वापस आया. मैं दवाईयां और स्टेरॉयड ले रहा हूं और अब आज मेरा एमआरआई होना है. मुंबई लौटने के बाद से मैं बिस्तर पर आराम कर रहा हूं. मैं धीरे-धीरे ठीक हो रहा हूं. मैं अपना पैर फर्श पर नहीं रख पा रहा हूं और मैं अभी भी लंगड़ा रहा हूं.’

मनोज को याद कर हुए भावुक

आसिफ ने साथ ही शो के दिवंगत राइटर मनोज संतोषी को भी याद किया और कहा कि मैंने बहुत अच्छा दोस्त खो दिया है. मनोज से मेरा रिश्ता कई साल पुराना है. वो एक बेहतरीन टैलेंट थे- एक बेहतरीन लेखक. बहुत कम लोग जानते हैं कि वो एक बेहतरीन गायक भी थे. हमारी बहुत गाने-बजाने की महफिलें भी होती थीं. हम पहली बार येस बॉस शो के दौरान एक-दूसरे से मिले थे. विभूति नारायण मिश्रा के इस किरदार के लिए उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्होंने इसे मुझे ध्यान में रखकर लिखा है. वो मेरी जिंदगी में एक बड़ा खालीपन छोड़ गए हैं.

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