Raigarh News: जीएसटी ज्वाइंट कमिश्नर का कार्यालय खोलने की कवायद तेज, बिलासपुर का सारा सेटअप अब रायगढ़ में बैठेगा

रायगढ़। रायगढ़ में अब ज्वाइंट कमिश्नर का दफ्तर खोलने की तैयारियां तेज हो गई है, रायगढ़ में अब रायगढ़, सारंगढ़, सक्ती, कोरबा जैसे जिलों के जीएसटी मामलों की अपील और ऑडिट से जुड़ी सुनवाई होगी।
स्टेट जीएसटी का अब रायगढ़ संभाग दफ्तर बन गया है, यहां पर आने वाले दिनों में करीब 65 कर्मचारी और अफसर जो पहले बिलासपुर में बैठते थे, वे अब रायगढ़ में बैठेंगे। वित्त एवं वाणिज्यकर (जीएसटी) मंत्री ओपी चौधरी के विशेष प्रयास से ही + रायगढ़ में ज्वाइंट कमिश्नर का कार्यालय खुलने की मंजूरी दो माह पहले मिली थी, अब धीरे धीरे दफ्तर में कामकाज शुरु हो रहा है। बिलासपुर में जीएसटी दफ्तर में तैनात कर्मचारियों को अब रायगढ़ में बैठना होगा, जिसमें ज्वाइंट कमिश्नर के साथ सहायक आयुक्त के अलावा करीब 65 कर्मचारी रायगढ़ में बैठेंगे, इनके लिए अभी स्टेट जीएसटी के दफ्तर के ऊपरी हिस्सें में करीब चार से पांच कमरों को तैयार कराया जा रहा है, हालांकि रायगढ़ में ज्वाइंट कमिश्नर के कार्यालय से पत्रचार से जुड़े कामकाज भी धीरे धीरे अब शुरु हो रहा है।
रायगढ़ आना पड़ेगा कर्मचारियों को







स्टेट जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर के बिलासपुर में पदस्थ कर्मचारियों को रायगढ़ आना पड़ेगा, यह सबसे बड़ी परेशानी बन गई है। क्योंकि सारे कर्मचारी बिलासपुर में वर्षों से पदस्थ है, अब रायगढ़ में ज्वाइंट कमिश्नर का कार्यालय खुलने से बिलासपुर से आकर रायगढ़ में आकर उन्हें काम करना पड़ेगा, इस संबंध सरकार से आदेश भी हो गया है, लेकिन अभी कोई अफसर या कर्मचारी रायगढ़ नहीं आए है। हालांकि अफसर और कुछ कर्मचारी हफ्ते में एक या दो दिन बैठ रहे हैं।
रायगढ़ बन जाएगा संभाग
बताया जाता है कि ज्वाइंट कमिश्नर का दफ्तर रायगढ़ में खुलने के बाद कोरबा, सक्ती, सारंगढ़, रायगढ़ जिले के अंर्तगत जो सर्कल होगे रायगढ़ संभाग के दायरे में आ जाएंगे। इसकी ऑफिस इसके पहले बिलासपुर में हुआ करती थी, अब रायगढ़ को संभाग बना दिया गया है, वहीं पहले जीएसटी के रायगढ़ में जशपुर जिला भी शामिल था, लेकिन जशपुर में नया दफ्तर खुलने के बाद उसे अंबिकापुर ज्वाइंट कमिश्नर के कार्यक्षेत्र में रखा गया है। याने जशपुर व्यापारियों को जो जीएसटी से जुड़े केस की अपील या ऑडिट से जुड़े काम के लिए अंबिकापुर जाना पड़ेगा, पहले यह काम बिलासपुर में होता था।
ऑडिट के लिए अमला बैठेगा
मझले या कुछ बड़े कारोबारियों का व्यापार से जुड़ा ऑडिट भी रायगढ़ संभाग के ज्वाइंट कमिश्नर के दायरे में होगा, इसके लिए अलग से अमला होगा, जो यही काम देखेगा। सारे कर्मचारी मिलाकर रायगढ़ संभाग बनने के बाद एक बड़े कर्मचारियों का सेटअप रायगढ़ में ही बैठेगा, बताया जाता है कि एक-डेढ़ माह के भीतर में ही सारे कर्मचारी और अफसर रायगढ़ में बैठना शुरु कर देंगे।