सारंगढ़। मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक घटना 11 नवंबर के रात 09.15 बजे भागवत कुर्रे पिता स्व राखीराम कुर्रे उम्र 30 साल साकिन वार्ड 13 कोसीर का अपने पत्नि मालती कुर्रे से घरेलू विवाद हो जाने पर अपने रूम अंदर मालती कुर्रे के गला को दबाकर हत्या कर दिया था भयभीत होने पर भागवत कुर्रे ने अपने मां चंद्रिका बाई एवं बहन जानकी अनंत को अपने रूम में बुलाया भागवत कुर्रे के मां एवं बहन ने मालती कुर्रे के हांथ को छुकर देखे जो मृत हो गयी थी घटना का साक्ष्य छुपाने के नियत से तीनों ने मिलकर मालती के लाश को रूम से उठाकर बाडी के पास कुंआ के किनारे बने फर्स में ले जा रहे थे फिसलकर गिरने का स्वरूप देकर अन्य लोगो को सूचना दिये कि मालती कुर्रे फिसलकर गिरने से बेहोंश हो गयी है ईलाज कराने ले जाते हैं।
मालती को मरा हुआ जानते हुए भी उसे ईलाज के लिए सारंगढ अस्पताल ले गये जहां पर डॉक्टर ने चेक कर ब्राड डेथ होना बताये रिपोर्ट पर थाना सारंगढ में जीरो मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही कर मृतिका की शव का पीएम कराया गया पीएम रिपोर्ट में डाक्टर द्वारा मृतक की मृत्यु को गला दबाने से श्वांस अवरोध होने से होना एवं हत्या प्रकृति का होना लेख किये हैं सारंगढ से जीरो मर्ग डायरी प्राप्त होने पर थाना कोसीर में नंबरी मर्ग क्र 28/24 धारा 194 BNSS कायम कर जांच कि गई जांच दौरान आरोपी भागवत कुर्रे, चंद्रिका कुर्रे,जानकी अनंत के साथ मिलकर हत्या करना पाये जाने से आरोपीयों के विरूद्ध अपराध क्र 283/24 धारा 103(1),238,3(5) BNS का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया एवं उच्चअधिकारियों को अवगत कराया गया पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश चंदेल, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सारंगढ स्नेहिल साहू, अविनाश मिश्रा उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सारंगढ के कुशल मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी निरीक्षक एन.एल.राठिया के नेतृत्व में मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्पर्तापूर्वक कार्यवाही की गई एवं आरोपीगण 1.भागवत कुर्रे पिता स्व राखीराम कुर्रे उम्र 30 साल 02.चंद्रिका कुर्रे पति स्व राखीराम कुर्रे उम्र 60 साल 03.जानकी पति राजाराम अनंत उम्र 40 साल साकिनान वार्ड क्र 13 कोसीर थाना कोसीर जिला सारंगढ बिलाईगढ को 24 घंटे के अंदर 12 नवबंर को गिरप्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है ।
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक एन.एल.राठिया सउनि ,लक्ष्मण पुरी गोस्वामी अमृत भार्गव प्रआर मनींजर सिदार, आरक्षक यशवंत बंजारे,राजकुमार साहू ,उमेश जांगडे एवं स्टाफ का विशेष योगदान रहा ।