रायगढ़

Sarangarh News: राज्यपाल शिक्षक सम्मान से सम्मानित हुईं शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी

 

सारंगढ़ – बिलाईगढ़, 5 सितम्बर 2025/ शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन रायपुर में जिले की शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी और समय लाल काठे को राज्यपाल रमेन डेका , मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवम स्कूल शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन ने राज्यपाल शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया।

बहुआयामी प्रतिभा, शिक्षकीय कार्य और पुरस्कार

प्रियंका गोस्वामी विभिन्न शालाओं में सेवाएँ देते हुए सर्वप्रथम संविदा शिक्षक, शिक्षाकर्मी 03, सहायक शिक्षक एल. बी., पदोन्नति पश्चात वर्तमान में सारंगढ़ विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला दहिदा में प्रधान पाठक के पद पर निरन्तर अपनी सेवाएँ दे रहीं हैं एवम तब से अब तक लगातार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए वे कार्य कर रही हैं। राज्य में वे एक नवाचारी शिक्षिका के रूप में जानी जाती है। प्रियंका गोस्वामी सारंगढ़ विकासखण्ड का गौरव हैं।

वे एक उत्कृष्ट शिक्षिका होने के साथ-साथ बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। इन्हें मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण शिक्षादूत सम्मान से नवाजा जा चुका है। शिक्षिका आशु कवयित्री हैं। किसी भी विषय पर किसी भी समय तत्काल काव्य वाचन एवम लेखन में समर्थ हैं। अब तक शिक्षा पर दस हजार से अधिक काव्य लेखन कर चुकी हैं। शिक्षा हेतु प्रेरक सभी कविताएं अखबारों में प्रकाशित हो चुकी हैं,कोरोना काल में इन्होंने मोहल्ला क्लास का संचालन किया है, बुलठू के बोल के माध्यम से ऑडियो/वीडियो द्वारा पढ़ाया, पूरे गाँव की दीवारों पर प्रिंट रिच वातावरण का निर्माण किया ,बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े रखने के लिए स्वयम के व्यय से चार वालिंटियर रखे, शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी ने नवाचार हुनर का बस्ता ,अक्षर-आखर, आई एम स्पीड रीडर,एफ.एल.एन. नायक,घर-घर पठन अभियान की शुरुआत की । लर्निंग आउटकम्स पर आधारित नवाचारी किताब प्रेरणा लिखी है, द टीचर ऐप में स्व रुचि से अस्सी प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुकी हैं, इसी ऐप में छत्तीसगढ़ से लगातार चार बार प्रथम स्थान प्राप्त कर चुकी हैं ,सामाजिक कार्यों में सदैव उल्लेखनीय योगदान देते हुए दिव्यांग बच्चों को जीवन कौशल सिखाते रहतीं हैं एवम स्व व्यय से दिव्यांग बच्चों को फल बिस्किट इत्यादि वितरित करती हैं, शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी उत्कृष्ट मंच संचालक हैं, ये सारंगढ़ की आवाज के नाम से ख्यातिलब्ध हैं।

सारंगढ़ -बिलाईगढ़ जिले के मतगणना कार्य में बतौर उद्घोषक इन्होंने विशेष योगदान दिया है, इन्हें जिले की द बेस्ट ऑफ उद्घोषक का पुरुस्कार मिल चुका है, प्रियंका गोस्वामी की अनमोल कृति अहसासों के रंग और पथ की खोज को बहुत अधिक प्रशंसा और पाठकों का भरपूर सम्मान मिल चुका है ,इन्हें सौ से अधिक पुरुस्कार प्राप्त है एवम एक हजार से अधिक प्रमाण पत्र हैं ।

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत मातृ भाषा एवम स्थानीय बोली पर जोर देते हुए इन्होंने विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ी में कहानी लेखन हेतु प्रेरित किया इनके विद्यार्थी अब तक 300 से अधिक छत्तीसगढ़ी कहानियाँ लिख चुके हैं, बहुभाषावाद को बढ़ावा देते हुए इन्होंने अपने विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में भी बोलने लिखने एवम अभिव्यक्ति हेतु प्रेरित किया है,विद्यार्थियों में डिजिटल समझ विकसित करने हेतु स्वयम के व्यय से लैपटॉप खरीदकर विद्यार्थियों को ड्रॉइंग, पेंटिंग,टाइपिंग आदि सिखाया ।

शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी बच्चों के लिए कॉपी,क़लम,ज्यामितीय कंपास बॉक्स,पानी बोतल,आईकार्ड, टाई-बेल्ट,जूता-मोजा,
स्वेटर का स्वव्यय से व्यवस्था करती हैं,स्वयं के व्यय बच्चों के लिए रैंप निर्माण कराया,स्थानीय लोक साहित्य पर गीत,कविता,साहित्य सृजन कर बच्चों का समझ विकसित कर रहीं हैं,प्रतियोगिता के लिए कार्य ,प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क घर पर पढ़ाती हैं, इन्होंने सारंगढ़ विकासखण्ड का पहला न्योता-भोजन कार्यक्रम का आयोजन किया एवम विद्यार्थियों को शुद्ध पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया,अंगना म शिक्षा 3.0 के तहत शिक्षिका ने माताओं को स्व व्यय से पुरुस्कार वितरित किया।
प्रियंका गोस्वामी ने अपने विद्यार्थियों को आशु काव्य लेखन में दक्ष किया है,ललित कला कविता लेखन से विद्यार्थियों को पारंगत किया है,इनकी विद्यार्थी नन्दनी बरेठ द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा वैन की अद्भुत चित्रकारी को सोशल मीडिया एवम स्थानीय समुदाय में बहुत सराहा गया । इनके विद्यार्थी डिजिटल कौशल विकास हेतु रिपोर्टिंग, ब्लॉगिंग, रील बनाना सीख रहे हैं।

कलेक्टर डॉ.संजय कन्नौजे, जिला शिक्षा अधिकारी जे.आर.डहरिया , विकास खंड शिक्षा अधिकारी रेशम लाल कोशले ने बधाई दी है।शिक्षक अभिषेक पुरी गोस्वामी,जगजीवन प्रसाद जांगड़े, सहायक शिक्षक एल बी असरिता टोप्पो,संजय कुमार मिश्रा, खेमराज पटेल ने ढेरों बधाईयां दी हैं।
प्रियंका गोस्वामी इस सफलता का श्रेय शिक्षक जगजीवन प्रसाद जांगड़े, माता-पिता ,गुरुजनों, अपने विद्यार्थियों ,दोनों भाइयों अविनाश पुरी गोस्वामी ,अभिषेक पुरी गोस्वामी ,अपने पति भीम गिरी गोस्वामी , बेटा प्रथम गिरी गोस्वामी को देती हैं ।

प्रियंका गोस्वामी की पारिवारिक पृष्ठभूमि

प्रियंका गोस्वामी का जन्म 11जनवरी 1980 को पान,पानी,पालगी की धरा सारंगढ़ में उत्कृष्ट शिक्षक स्वर्गीय रामपुरी गोस्वामी और श्रीमती कुन्ती गोस्वामी के घर में हुआ,प्रियंका प्रारंभ से ही मेधावी थी। उन्होंने हिन्दी एवम अंग्रेजी साहित्य में एम.ए .गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से , डी. एड.माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर छत्तीसगढ़ से , बीएड पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्व विद्यालय रायपुर से उत्तीर्ण की। शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी श्री भीम गिरी गोस्वामी की पत्नी हैं। इनकी इकलौती संतान प्रथम गिरी गोस्वामी एम.ए. अंतिम वर्ष अंग्रेजी साहित्य के छात्र हैं।
इनके राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार प्राप्त होने से पूरे सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में हर्ष व्याप्त है।

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