डेविड जॉनसन की चौथी मंजिल से गिरकर हुई मौत, भारतीय क्रिकेट जगत में पसरा मातम 

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बेंगलुरु। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड जूड जॉनसन अब इस दुनिया में नहीं रहे. जॉनसन की 20 जून (गुरुवार) को अपार्टमेंट की चौथी मंजिल की बालकनी से गिरने से मौत हो गई. माना जा रहा कि जॉनसन की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या की है. कोट्टानूर पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. फिलहाल, कोट्टानूर पुलिस जानकारी जुटा रही है. जॉनसन 52 साल के थे. उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. जॉनसन अपने घर के पास में ही क्रिकेट अकादमी चला रहे थे, लेकिन पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे.

 

जॉनसन का ऐसा रहा इंटरनेशनल करियर

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन ने भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 47.66 के एवरेज से 3 विकेट चटकाए. जॉनसन को भारत के लिए वनडे मैच खेलने का मौका नहीं मिला. जॉनसन ने साल 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट के जरिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया. जवागल श्रीनाथ के इंजर्ड होने के चलते उन्हें उस मैच में मौका मिला था.

डेविड जॉनसन ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में वेंकटेश प्रसाद के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की. इसके बाद जॉनसन साउथ अफ्रीका के दौरे पर गए और पहला टेस्ट खेला. जॉनसन की लेथ-लाइन उतनी सटीक नहीं थी, जिसके चलते उन्हें भारत के लिए सिर्फ दो टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला.

डेविड जॉनसन के निधन से भारतीय क्रिकेट में शोक की लहर दौड़ गई है. पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने जॉनसन के निधन पर लिखा, “साथी क्रिकेटर डेविड जॉनसन की निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना. ‘बेनी’ बहुत जल्दी चले गए.”

 

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एक्स पर लिखा, ‘हमारे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन के परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना. खेल में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.’

 

डेविड जॉनसन ने घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 39 फर्स्ट क्लास और 33 लिस्ट ए मैच खेले. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 28.63 के एवरेज और 47.4 की स्ट्राइक रेट से 125 विकेट लिए. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक शतक भी लगाया. जबकि लिस्ट ए मैचों में जॉनसन ने 41 विकेट लिए. साल 2015 में वह कर्नाटक प्रीमियर लीग में खेलते नजर आए थे.

जॉनसन कर्नाटक की उस मजबूत गेंदबाजी इकाई का हिस्सा थे जिसमें अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद और डोडा गणेश शामिल थे. भारत के पूर्व गेंदबाज और जॉनसन के लंबे समय तक साथी रहे गणेश ने कहा,‘यह बेहद दुखद खबर है क्योंकि हम टेनिस क्रिकेट के दिनों से ही एक क्लब जय कर्नाटक की तरफ से खेला करते थे.’

उन्होंने कहा,‘इसके बाद हम राज्य और देश के लिए भी साथ में खेले. कर्नाटक का यह गेंदबाजी आक्रमण लंबे समय तक भारतीय गेंदबाजी आक्रमण दे रहा. असल में एक समय राहुल द्रविड़ सहित कर्नाटक के छह खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा थे. मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य राज्य के नाम पर यह उपलब्धि होगी.

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