Raigarh: ओपीजेसीसी और हिंडाल्को की साझेदारी से युवाओं के लिए विशेष कौशल विकास कार्यक्रम

रायगढ़. ग्रामीण युवाओं को रोजगारपरक कौशल प्रदान करने और आजीविका के सतत अवसर सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए ओपी जिंदल कम्यूनिटी कॉलेज, पूंजीपथरा ने मध्यप्रदेश के सिंगरौली स्थित हिंडाल्को महान एल्युमिनियम के साथ मिलकर एक संयुक्त कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है। इसके पहले चरण में 45 प्रतिभागियों को ओपीजेसीसी में आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
ओपी जिंदल कम्यूनिटी कॉलेज निरंतर युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए संस्था में विभिन्न तरह के प्रशिक्षण नियमित तौर पर प्रदान किए जा रहे हैं। इसके साथ ही अनेक शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं तथा विभागों के साथ समन्वय कर अधिक से अधिक युवाओं तक यह सुविधा पहुंचाने का भी सतत प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में ओपी जिंदल कम्यूनिटी कॉलेज, पूंजीपथरा ने हिंडाल्को समूह के मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थित महान एल्युमिनियम लिमिटेड के साथ मिलकर युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत 45 युवाओं को विभिन्न तरह के ट्रेड में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन के 24, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 8, फिटर फैब्रिकेशन के 13 प्रतिभागी शामिल हैं। कार्यक्रम के तहत तीन महीने का अल्पकालिक आवासीय प्रशिक्षण प्रतिभागियों को प्रदान किया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय कौशल योग्यता रूपरेखा के अनुसार प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है, जिससे प्रतिभागियों को प्राप्त प्रमाण पत्र की वैधता राष्ट्रीय स्तर पर हो सके। यह पहल ग्रामीण समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास में नई ऊर्जा भरने के साथ युवाओं को भविष्य के लिए सक्षम बनाएगी। इस अवसर पर ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आरडी पाटीदार ने कहा कि “यह कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता के द्वार खोलेगा। ओपीजेसीसी और हिंडाल्को की यह साझेदारी एक सीएसआर मॉडल है, जो कॉरपोरेट प्रतिबद्धता और शैक्षिक गुणवत्ता को एक साथ लाती है।” हिंडाल्को के प्रतिनिधि विवेकानंद मिश्रा ने कहा कि “हमारा प्रयास है कि हमारे आसपास के ग्रामीण युवाओं को ऐसी प्रशिक्षण सुविधाएँ मिलें, जो उन्हें न केवल कौशल में निपुण बनाए, बल्कि रोजगार और सम्मानजनक जीवन की ओर अग्रसर करे।” हिंडाल्को के संजय सिंह ने कहा कि “इस पहल में ओपीजेसीसी का सहयोग हमारी सीएसआर दृष्टि को और प्रभावी बनाएगा, जिससे सामाजिक व आर्थिक बदलाव संभव होगा।”