सचिव ने कहा- 15 जून के पहले रायगढ़-धरमजयगढ़ की सड़क को पूरा कराएं
पीडब्ल्यूडी के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह पहुंचे
शहर, जिले की सड़कों का भी निरीक्षण किया पीडब्ल्यूडी अफसरों के साथ
रायगढ़ । पीडब्ल्यूडी के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह मंगलवार को जिले की सड़कों का निरीक्षण करने के लिए रायगढ़ पहुंचे, डॉ सिंह ने रायगढ़ से घरघोड़ा से धरमजयगढ़ बाकारूमा से होकर जशपुर के लिए रवाना हो गए। इस तरह जिले की प्रमुख लाइफ लाइन की जो सड़क है, उसका निरीक्षण किया है, इन सारे सड़कों का अभी निर्माण चल रहा है। सड़कों के निर्माण की तरफ्तार धीमी है, इसकी प्रमुख वजह यह हैं कि घरघोड़ा, तमनार, छाल जैसे इलाकों में कोल माइंस और उद्योग काफी है। हर समय इसी सड़क पर ट्रक, ट्रेलर और डंफर जैसी गाड़ियों की आवाजाही रहती है। इसकी वजह से सड़क निर्माण काफी धीमी हो रखी है।
इस मामले में सचिव डॉ सिंह ने पीडब्ल्यूडी के ईई को निर्देश दिया है कि बारिश के पहले याने 15 जून के पहले औसतन डेढ़ माह का समय बचा है। इस टाइम लिमिट में सड़कों का निर्माण तेजी से हो इसका रोडमैप बनाकर काम करने के निर्देश दिया है। आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव होना है, इसके पहले सड़कों की स्थिति देखने के लिए पहुंचे थे, इस सड़क पर राजनीतिक दबाव भी है।
सचिव की गाड़ी 15 मिनट फंसी जाम में
में हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या रायगढ़- धरमजयगढ़ की सड़क रहती है, ड्राईवर लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाते हुए अपने ट्रक, ट्रेलर और डंफर को सड़क से उतार देते है, इसकी वजह से लंबा सड़क जाम के हालात बन जाते है, मंगलवार को भी ऐसे ही हालात बन गए थे। इसमें पीडब्ल्यूडी के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह की खुद की गाड़ी जाम में गेरवानी में फंस गई।
काफी मशक्कत के बाद करीब 15 मिनट तक उनकी गाड़ी को वहां पर रूकना पड़ा, काफी मशक्कत के बाद उनकी गाड़ी ट्रैफिक से निकल सकी । ऐसे में वह खुद सारी स्थितियों को देखा है और सड़कों का निर्माण गति को भी देखा है।
फोर लेन सड़क बनाया जाए
इस दौरान स्थानीय पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने सचिव से कहा हैं कि रायगढ़ से घरघोड़ा और धरमजयगढ़ तक की सड़क फोर लेन बनाई जाए । क्योंकि सड़क सकरी और टू लेन होने की वजह से वहां पर हादसा होने के साथ सड़क जाम भी होता है। आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में इस सड़क फोन लेन बनाने के निर्देश दिया है, इसी तरह खरसिया से पत्थलगांव की जो सड़क का निर्माण उसका भी निरीक्षण सचिव ने किया गया है। सचिव के जशपुर जाने के बाद चीफ इंजीनियर ने भी रायगढ़ – धरमजयगढ़ और घरघोड़ा, बाकारूमा की सड़कों का जो निर्माण हो रहा है, उसकी गुणवत्ता को परखा है।