Jashpur News: पुलिस ने काटा पुलिस का चालान, बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चला रहे 12 पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों का कट गया चालान

जशपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के नेतृत्व व दिशानिर्देश में जशपुर पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले जनहानि की कमी लाने हेतु आम जनता को यातायात नियमों के प्रति विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार जागरूक कर रही है, साथ ही बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त चालानी कार्यवाही भी कर रही है, आमजन से अपील है कि यातायात नियमों का पालन करें जिससे कि समय रहते दुर्घटनाओं से बचाव हो सके।
इसी क्रम में जशपुर पुलिस के द्वारा पिछले माह में जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के प्रभावी नियंत्रण हेतु चालानी कार्यवाही के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वाले के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की गई है एवं कार्यवाही लगातार जारी है। इसके साथ ही मोडिफाइड साइलेंसर बेचने वाले आटो डीलरों को भी समझाइश दी गई है कि वे अपने आटो सेंटर में मोडिफाइड साइलेंसर न रखे और न बिक्री करें, ऐसा पाए जाने पर विधिवत कार्यवाही की जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के निर्देशन पर पुलिस लाईन जशपुर में चेकिंग अभियान चलाया गया, चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट धारण कर वाहन चलाने वाले 12 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुये समंन शुल्क रू. 6000 वसूल किया गया है। इसके पूर्व भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर में भी समय-समय पर आकस्मिक वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया है, जिसमें कई कर्मचारियों का चालान कट गया है।
यातायात प्रभारी उप निरीक्षक प्रदीप मिश्रा एवं यातायात टीम जशपुर के द्वारा यातायात नियमों का पालन कराने एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से दिनांक 05-06.06.2025 को दो पहिया एवं चार पहिया वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। बिना हेलमेट धारण कर वाहन चलाते पाये जाने पर कुल 21 प्रकरण समन शुल्क 10,000 /-, बिना सीट बेल्ट धारण किए गए वाहन चलाने के 03 प्रकरण में रू. 15,00 /-, माल वाहक वाहक में सवारी बैठाने के विरुद्ध 04 प्रकरण रू. 2,000 /-, नो पार्किंग पर वाहन खड़ा करने के 02 प्रकरण में रू. 600 एवं अन्य 16 प्रकरण में रू. 5500 समन शुल्क वसूल किया गया है। इस प्रकार कुल 45 प्रकरणों में 19,600 रू. समन शुल्क वसूल किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के द्वारा कहा गया है कि:- पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है कि अधिक से अधिक हेलमेट पहने ताकि आम जनता में विश्वास हो कि कानून सभी के लिए समान है।