जशपुर पुलिस ने मानव तस्करी मामले में 9 साल से फरार आरोपी पकड़ा, गया जेल

जशपुर: जशपुर पुलिस ने एक विशेष अभियान, ‘ऑपरेशन अंकुश’, के तहत मानव तस्करी के एक पुराने मामले में 9 साल से फरार आरोपी को कोरबा से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी का नाम सुरेश मरकाम (30 वर्ष) है, जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
क्या था मामला?
यह मामला दिसंबर 2016 का है, जब पत्थलगांव थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग लड़की लापता हो गई थी। लड़की के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 370 और 34 के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, जनवरी 2017 में ही नाबालिग को दिल्ली से सकुशल ढूंढ निकाला था। पुलिस की पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि नीतू उर्फ रितु, सुरेश मरकाम और राजेश उर्फ बोधन उसे अच्छी नौकरी और पैसे का लालच देकर दिल्ली ले गए थे और एक घर में काम पर लगा दिया था।
पुलिस ने 2018 में ही आरोपी नीतू उर्फ रितु को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सुरेश मरकाम और राजेश उर्फ बोधन फरार चल रहे थे।
9 साल बाद ऐसे पकड़ा गया आरोपी:







वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में पुराने मामलों के फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन अंकुश’ चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत, पुलिस ने सुरेश मरकाम की तलाश शुरू की। तकनीकी टीम और मुखबिरों की मदद से पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने गृह ग्राम चिर्रा, कोरबा में छिपा हुआ है।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने कोरबा पहुंचकर घेराबंदी की और सुरेश मरकाम को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि इस मामले का एक अन्य फरार आरोपी, राजेश उर्फ बोधन, की मृत्यु हो चुकी है, जिसकी जांच अभी जारी है।
इस पूरी कार्रवाई में पत्थलगांव थाना प्रभारी विनीत कुमार पांडे और उनकी टीम की अहम भूमिका रही। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि जशपुर पुलिस का ‘ऑपरेशन अंकुश’ पुराने और फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार जारी रहेगा।