Jashpur News: खड़ी पिकअप में तेज रफ्तार एंबुलेंस ने मारी ठोकर, हादसे में एक की मौत, चालक और मरीज को आई चोट

जशपुर। जशपुर में नेशनल हाईवे 43 पर रामसागर के पास समस्तीपुर ढाबा के सामने खड़ी पिकप को तेज रफ्तार एंबुलेंस ने ठोकर मार दी। इस हादसे में बातें साइड बैठे अतिरिक्त एंबुलेंस चालक मनोज कुमार उम्र 42 वर्ष की अस्पताल में मौत हो गई । वहीं एंबुलेंस चालक और एंबुलेंस में सवार मरीज और उसके परिजन मामूली चोटों के साथ सुरक्षित हैं।घटना कुनकुरी थाना क्षेत्र में तड़के साढ़े चार बजे की है। बताया जा रहा है कि पिकप सड़क पर लापरवाहीपूर्वक खड़ी की गई थी और आज शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे रांची से मरीज लेकर रायपुर जा रहे एंबुलेंस अचानक टकरा गया।एंबुलेंस के संचालक कन्हैया कुमार ने फोन पर बताया कि हादसे के वक्त एंबुलेंस चालक को सामने से आ रही ट्रक की तेज रोशनी से सड़क पर खड़ी पिकप नहीं दिखी और यह दुर्घटना हो गई। वहीं पिकप खड़ी करनेवाले का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
दुर्घटनाग्रस्त निजी एंबुलेंस शिव शक्ति एंबुलेंस सर्विस रांची की है जो पिकप के साथ ही सड़क से खेत में उतर गई है।एम्बुलेस के सामने का बायां हिस्सा बुरी तरह से टूट गया है।घटना के तुरंत बाद देवलाल राम तेज आवाज सुनकर खेत में पहुंचा और सेकंड ड्राइवर मनोज कुमार उम्र 42 वर्ष को पड़ोसी टायर मिस्त्री की मदद से बाहर निकाला और 108 को फोनकर उसके आने पर घायल को भेजकर गुड सेमरिटीन का परिचय दिया।हालांकि गंभीर रूप से घायल मनोज कुमार को बचाया नहीं जा सका। वहीं एंबुलेंस चालक और एंबुलेंस के अंदर मरीज अपनी पत्नी,छह साल की बेटी के साथ सुरक्षित निकला जिन्हें दूसरे एंबुलेंस से रायपुर रवाना किया गया। अब इस घटना के बाद से लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि गाड़ीवाले गाड़ी खराब हो जाने पर सड़क पर एक चक्का या पूरी गाड़ी खड़ी करके चले जाते हैं।एनएच पर वर्षों से होटल चला रहे भोलाराम प्रधान कहते हैं कि गाड़ियों में हैडलाइट की रौशनी पर ट्रैफिक नियम खत्म हो गया है,स्टीकर भी नहीं लगे होते हैं और गाड़ी जहां खराब हो जाती है वहां सड़क पर कोई सिग्नल भी नहीं रखते हैं।जिसके कारण कई हादसे हुए और लोगों की जान चली गई।
फिलहाल इस दुर्घटना की सूचना पर पुलिस ने पिकप चालक की तलाश शुरू कर दी है।वहीं घटना की जांच के मृतक के शव का पंचनामा कर रही है। वहीं कार चालक राहगीर विवेक यादव ने बताया कि गुरुवार की रात को पिकप सड़क पर खराब पड़ी थी।किसी तरह का कोई सिग्नल नहीं था। मुझे खुद अचानक पिकप को देखकर संभलना पड़ा था।सुबह उठा चला उसी पिकप के कारण एंबुलेंस का एक्सीडेंट हो गया।