Raigarh news: रायगढ़ में आधी रात नियमों को ताक पर रखकर शहर में दौड़ रहे भारी वाहनें, करोड़ों की बनी नई सड़कें हो रही जर्जर

रायगढ़। प्रतिबंध के बाद भी शहर के भीतर आधी रात को सैकड़ों भारी वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। खास बात तो यह है कि इन वाहनों को रोकने के लिए चौराहा पर पुलिस ने बेरीकेड्स भी खड़े किए गए हैं। लेकिन वे इन्हें भी किनारे करके शहर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं। इन वाहन चालकों पर भारी भरकम जुर्माना भी लग रहा है लेकिन वे शहर में प्रवेश करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर में भारी वाहनों के चलने से हाल ही में करोड़ों रूपए की लागत से बनी शहर की सड़कें जर्जर हो रही है।
दरअसल गोर्वधनपुर ब्रिज के जर्जर होने से इस मार्ग से आवाजाही बंद है। जिसके कारण ट्रांसपोर्टरों की ओडिशा या जामगांव कोतरलिया से आवाजाही करने वाली गाड़ियों को शहर के अंदर से जाने की मनाही है, उन्हें करीब 30 40 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर उन्हें तमनार जाकर महापल्ली, कोतरलिया जाना पड़ रहा है, इसमें अधिक डीजल लग जाता है, इसे बचाने के फेर में ट्रक ड्राईवर बैरिकेट्स और तमाम कड़ाई होने के बावजूद रात में चुपके से गाड़ियों को शहर के अंदर में घुसा कर निकाल रहे हैं।
शहर में प्रवेश करने वाली भारी वाहन रात करीब एक बजे के बाद रामपुर से सर्किट हाउस होते हुए खर्राघाट पुल से मरीन ड्राइव होकर चक्रधर नगर होते हुए हमीरपुर की ओर जा रहे हैं। वहीं रात में भारी वाहन जेल परिसर से होकर गुजर रहे हैं। ये ट्रक और डंपर पहाड़ मंदिर की तरफ से डिग्री कॉलेज रोड होते हुए कलेक्ट्रेट के सामने से जेल परिसर की तरफ जा रहे हैं और छातामुड़ा बाईपास जुटमिल होते हुए जामगांव और हमीरपुर व खर्राघाट पुल होते हुए रामपुर से सर्किट हाउस की ओर जा रहे हैं। इस वजह से इस सड़क पर दबाव बढ़ने से भगत सिंह पुल के पास कलेक्टोरेट की ओर जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है। सुबह 6-7 बजे के बीच भी स्कूल समय में ये भारी वाहन दौड़ रहे हैं। जिससे दुर्घटना का डर बना हुआ है।