ऑपरेशन सिंदूरः जिन्दल स्टील ने प्रभावित सैनिकों व आश्रितों के कल्याण के लिए दिये 2 करोड़

रायगढ़। आजादी की 79वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर जिन्दल स्टील के कर्मचारियों ने अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के उपलक्ष्य में प्रभावित सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए 2 करोड़ रुपये दिये हैं।
पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारतीय सेना के जांबाजों ने मई महीने में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में घुसकर अनेक आतंकी ठिकानों को नष्ट कर भारत का मान बढ़ाया था। राष्ट्र के प्रति भारतीय सेना के इस सर्वोच्च योगदान पर जिन्दल स्टील के कर्मचारियों ने स्वेच्छा से ड्यूटी के दौरान प्रभावित सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए अपने एक दिन के वेतन का योगदान किया है, जो कुल मिलाकर लगभग 2 करोड़ रुपये बनता है।
कर्मचारियों के एकजुट योगदान का प्रतीक 2 करोड़ रुपये का चेक 14 अगस्त को नई दिल्ली में कुरुक्षेत्र के सांसद और जिन्दल स्टील के चेयरमैन नवीन जिन्दल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को औपचारिक रूप से सौंपा। इस अवसर पर श्री जिन्दल ने कहा, “हमारे सैनिक हमारे राष्ट्र के सच्चे प्रहरी हैं। उनका साहस, त्याग और भारत की रक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता हम सभी को प्रेरित करती है। जिन्दल स्टील परिवार का यह योगदान उनके सेवा-भाव को सम्मानित करने और उनके साथ-साथ उनके परिजनों के साथ खड़े होने का एक विनम्र प्रयास है।” यह कदम जिन्दल स्टील की उस परंपरा की एक कड़ी है, जिसमें कंपनी ने मुश्किल समय में देश और देश के रक्षकों का साथ दिया है। याद होगा कि कोविड-19 महामारी के दौरान वर्ष 2020 में कंपनी ने श्री जिन्दल के नेतृत्व में पीएम-केयर्स फंड में ₹25 करोड़ का योगदान दिया था। जिन्दल स्टील ने इसके अलावा दिल्ली, ओडिशा और छत्तीसगढ़ समेत देश के 13 राज्यों के अस्पतालों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, अनेक राज्यों में जरूरतमंदों को मुफ्त भोजन, पीपीई किट, उन्नत चिकित्सा सुविधाएं और महिला स्व-सहायता समूहों को 1,00,000 से अधिक सुरक्षात्मक मास्क बनाने में सहयोग दिया था। इससे पहले, 2013 में उत्तराखंड (केदारनाथ) में आई भयावह बाढ़ में जिन्दल स्टील ने त्वरित राहत और आवश्यक सामग्री पहुंचाई थी। देश में जब-जब कोई संकट आया, जिन्दल स्टील उन आपात स्थितियों से निपटने में सरकार और जनता का सहयोग करने के लिए सदैव तत्पर रही है।