Raigarh News: रायगढ़ में खाद की कमी से भड़के किसान, 7 गांवों के 150 से अधिक किसानों ने किया चक्काजाम; पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने दिया समर्थन

रायगढ़, 8 जुलाई 2025: रायगढ़ जिले में डीएपी खाद की भारी कमी को लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार सुबह धनागर गांव में 7 गांवों के 150 से अधिक किसानों ने मुख्य सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया। किसानों के इस आंदोलन को पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल का भी समर्थन मिला।
डीएपी खाद न मिलने से खेती पिछड़ रही
किसानों का आंदोलन सुबह करीब 9:30 बजे शुरू हुआ। धनागर, जोरापाली, भगनपुर, कोसमनारा, जामपाली, कुसमुरा सहित 7 गांवों के किसानों ने धनागर मेन रोड पर चक्काजाम कर दिया। उनका मुख्य मुद्दा डीएपी खाद की अनुपलब्धता थी, जिससे उनकी खेती प्रभावित हो रही थी।
किसानों ने बताया कि धनागर सोसाइटी में करीब 3500 बोरी डीएपी खाद की मांग है, लेकिन अभी तक केवल 500 बोरी ही भेजी गई है। खाद की इस भारी कमी के कारण वे बुवाई और रोपाई के काम में लगातार पिछड़ रहे हैं।
अधिकारियों ने दिया आश्वासन, आंदोलन समाप्त
किसानों के आंदोलन की खबर मिलते ही, पूर्व मंत्री उमेश पटेल किसानों के समर्थन में मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे।
अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि तत्काल 600 बोरी डीएपी खाद भेजी जाएगी और अगले 2-3 दिनों में 1200-1300 बोरी डीएपी खाद उपलब्ध करा दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद, किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया। यह चक्काजाम दोपहर करीब 2 बजे तक चला।
बड़े आंदोलन की चेतावनी
खरसिया विधायक उमेश पटेल ने सरकार पर डीएपी खाद की पूर्ति में देरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जितनी डीएपी खाद की मांग है, उसका केवल 20 प्रतिशत ही पहुंचा है, जो किसानों के लिए अपर्याप्त है। पटेल ने चेतावनी दी कि यदि यह समस्या जल्द दूर नहीं हुई, तो प्रदेश और जिला स्तर पर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।







बनहर गांव के किसान अरविंद कुमार पटेल ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उन्हें डीएपी खाद बिल्कुल नहीं मिला है, जिससे वे रोपाई में एक सप्ताह पिछड़ गए हैं। उन्होंने आशंका जताई कि यदि 4-5 दिन के भीतर खाद नहीं मिला तो उनकी फसल चौपट हो सकती है।
तहसीलदार शिव कुमार डनसेना ने बताया कि किसानों की मांग पर धनागर में 600 बोरी खाद मंगाई गई है और छोटे किसानों को वितरण शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक कहीं और से खाद की कमी की शिकायत नहीं मिली है और बिचौलियों पर भी निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई अधिक दाम पर खाद न बेच सके।