वर्धमान ट्रांसपोर्ट पर कोयला चोरी करने का आरोप, ACC सीमेंट कंपनी को लगाया करोड़ो का चुना, जाने क्या है मामला…

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दुर्ग। ACC सीमेंट कंपनी ने कोयला चोरी का एक बड़ा खुलासा किया है। जिसमें वर्धमान ट्रांसपोर्ट पर कोयला चोरी का आरोप लगा है। ACC सीमेंट कंपनी ने आरोप लगाया है कि ट्रांसपोर्टर अपने ड्राइवरों के साथ मिलकर उच्च गुणवत्ता का कोयला चोरी करके उसमें घटिया क्वालिटी का कोयला मिलकर कंपनी को सप्लाई कर रहा था। इस मामले में ट्रांसपोर्टर के खिलाफ थाने में जुर्म दर्ज किया गया है।























वर्धमान ट्रांसपोर्ट पर कोयला चोरी करने का गंभीर आरोप लगा है। मामले में वर्धमान ट्रांसपोर्ट के मालिक लोकेश जैन के गिरफ्तार होने की जानकारी आ रही है। आरोप है कि ट्रांसपोर्टर में ACC सीमेंट कंपनी बेहद घटिया कोयले की सप्लाई की है। वर्धमान ट्रांसपोर्ट के मालिक लोकेश जैन है। इसने कोयले की हेराफेरी और छेड़छाड़ से जुड़ी धोखाधड़ी की है। इससे एसीसी लिमिटेड को आपूर्ति की गुणवत्ता पर असर पड़ा।

यह मामला तब उजागर हुआ जब एसीसी लिमिटेड ने नियमित क्वालिटी चेक के दौरान वर्धमान ट्रांसपोर्ट द्वारा लाए गए कोयले को गुणवत्ताहिन पाया। तीन ट्रकों में उच्च क्वालिटी के कोयले की जगह घटिया क्वालिटी का कोयला सप्लाई किया। जबकि गाड़ियां खदान से उच्च क्वालिटी का कोयला लेकर निकली थी। कोयले में गड़बड़ी का संदेह होने पर कंपनी के कर्मचारियों ने इसकी सूचना अपने अधिकारियों को दी। इसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने जामुल थाने में धारा 154 सीआरपीसी के तहत जुर्म दर्ज कराय है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग के जामुल में आईपीसी की धारा 407 और 511 का हवाला देते हुए मामला दर्ज किया गया है, जिसमें आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी करने के प्रयास शामिल हैं। जांच पता चला वर्धमान ट्रांसपोर्ट के ड्राइवर और मालिक कथित तौर पर कोयले की चोरी करके कोयले की गुणवत्ता कम की और उसमें घटिया कोयला मिला दिया। ACC सीमेंट कंपनी ने कोयले की अफरा तफरी में ट्रांसपोर्ट का मालिक के शामिल होने का आरोप लगाया है। मामले की जांच के दौरान ड्राइवरों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया है। पूछताछ में ड्राइवरों ने कोयले में मिलावट करना स्वीकार किया है। साथ ही यह भी बताया है कि कोयले में मिलावट के बाद ही कंपनी को सप्लाई की जाती थी। ACC कंपनी ने बयान जारी करके बताया है कि एसीसी सीमेंट कंपनी की ऑडिटिंग और क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम ने इस गड़बड़ी को उजागर किया है। यह मामला कोयला चोरी की एक मिसाल है, जो उद्योगों में सप्लाई चेन मॉनिटरिंग को पारदर्शी बनाता है। बड़े पैमाने की सप्लाई चेन में काम करने वाली कंपनियाँ दिखा रही हैं कि कैसे सतर्कता और वास्तविक समय की जाँच के ज़रिए धोखाधड़ी की रोकथाम की जा सकती है। यह घटना, सप्लाई चेन में शामिल सभी लोगों को एक स्पष्ट संदेश भेजती है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी, चाहे वह किसी भी पैमाने की हो, उससे सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसे मामलों में जब तक मजबूती से कानूनी कार्रवाई चलेगी, उद्योग के मानकों से छेड़छाड़ करने वाले सहमे रहेंगे। ऐसे में सभी क्षेत्रों की कंपनियों को अपने ऑडिट ढांचे को मजबूत करने की जरुरत है।



































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