रायगढ़ टॉप न्यूज 16 जनवरी। गोमर्डा अभ्यारण्य में वन्यप्राणियों की भरमार है। यहां कई प्रजाति के वन्यप्राणी पाए जाते हैं। जो अक्सर किसी न किसी तरह से अपनी मौजूदगी का अहसास कराते हैं। ऐसे में इस बार तेंदुआ की मौजूदगी लगातार अभ्यारण्य में देखी जा रही है। उसके पदचिन्ह विभागीय कर्मचारियों को देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में उस पर निगरानी भी रखी जा रही है कि वह किसी तरह की हानि न करे। साथ ही क्षेत्र के ग्रामीणों को भी सचेत विभाग द्वारा किया जा रहा है।
गोमर्डा अभ्यारण्य दो रेंज यानी कि बरमकेला और सारंगढ़ गोमर्डा रेंज में बंटा हुआ है। दोनों ही वन परिक्षेत्रों में तेंदुआ की मौजूदगी देखी जा रही है। विभागीय कर्मचारी जब जंगल गश्त करते हैं तो उन्हें तेंदुआ के पदचिन्ह् मिल रहे हैं। जिसकी जानकारी भी विभागीय अधिकारियों को देते हैं। चुंकि जंगल में पानी जगह जगह है तो उसे देखा तो नहीं जा रहा है, पर उसके पदचिन्ह से उसकी पुष्टि जरूर हो रही है। विदित हो कि पूर्व में भी यहां कई दफे तेंदुआ देखा गया है और यह अच्छी बात है कि गोमर्डा के जंगल में तेंदुआ जैसे वन्यप्राणी मौजूद हैं।
गांव में कराते हैं मुनादी
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिस जंगल में तेंदुआ की मौजूदगी देखी जाती है। उसके आसपास के गांव में मुनादी करायी जाती है। ताकि ग्रामीण अपने मवेशियों को जंगल की ओर न ही छोड़े और न ही खुद लेकर जाए। तेंदुआ की सूचना पाकर ग्रामीणों के बीच भी भय होता है। वहीं विभाग द्वारा लगातार जंगल गश्त किया जा रहा है। ताकि किसी प्रकार की घटना घटित न हो सके।
वर्सन
बरमकेला गोमर्डा रेंज में तेंदुआ के पदचिन्ह मिल रहे हैं। ऐसे में जंगल गश्त भी बढ़ा दिया गया है। गांव में मुनादी भी करायी जाती है। ताकि कोई ग्रामीण अपना मवेशी जंगल की ओर न छोड़े। लगातार निगरानी की जा रही है।
सुरेन्द्र अजय
रेंजर, बरमकेला गोमर्डा रेंज
वर्सन
सारंगढ़ गोमर्डा रेंज में भी तेंदुआ की मौजूदगी देखी जा रही है। पदचिन्ह मिल रहे हैं। जिस पर निगरानी रखी जा रही है। लगातार विभागीय अमला के द्वारा जंगल गश्त किया जा रहा है।
राजू सिदार
रेंजर, सारंगढ़ गोमर्डा रेंज