नारायणपुर में 18 लाख रुपए के इनामी 12 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 2 एरिया कमेटी मेंबर शामिल

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. बुधवार कोकुल 12 सक्रिय नक्सलियों ने सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्म-समर्पण किया है. सरेंडर करने वाले 12 नक्सलियों में दो एरिया कमेटी मेंबर शामिल है. सभी 12 नक्सलियों पर 18 लाख रुपए का इनाम घोषित था.
नारायणपुर में सरेंडर करने वाले 12 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक रोबिनसन गुड़िया के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर कर चुके सभी 12 नक्सलियों पर कुल 18 लाख रुपए से अधिक के इनामी थी, सरेंडर करने वालों में दो एरिया कमेटी सदस्य भी शामिल हैं.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के पर सरकार ने घोषित किया था 18 से अधिक का इनाम
रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को नारायणपुर पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया के समक्ष आत्मसमर्पण करने वालों में एरिया कमेटी सदस्य, LOS-CNM, PPCM, मिलिट्री लाटून और जनताना सरकार के पदाधिकारी शामिल हैं. सभी सरेंडर करने वाले नक्सलियों के ऊपर राज्य सरकार ने 18 लाख रुपए से अधिक का इनाम घोषित कर रखा था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च, 2026 मुकर्रर की है नक्सलवाद के खात्मे की तारीख
गौरतलब है साल 2025 में अब तक कुल 241 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं. 2024 में 928 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जबकि गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2025 के पहले 4 महीनों में 718 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. गृह मंत्रालय ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए मार्च, 2026 की तारीख मुकर्रर की है.
नारायणपुर में 12 नक्सलियों के सरेंडर पर आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में नारायणपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंटेरोगेशन में नक्सलियों ने स्वीकार किया कि शीर्ष माओवादी नेता ही आदिवासियों के असली दुश्मन हैं, जो जल-जंगल-जमीन और न्याय के नाम पर उन्हें गुलाम बनाते हैं.
सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की ओर से दिया गया प्रोत्साहन राशि
नारायणपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी समर्पित नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है और पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. उन्होंने बताया कि यह समर्पण सुरक्षाबलों के दबाव और आदिवासी समाज की बदलती सोच का स्पष्ट संकेत है.






