डेस्क न्यूज, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें भारत के नक्शे को गलत दिखाया गया है. सरकार अब ऐसी घटनाओं को रोकने के तरीकों पर विचार कर रही है. हाल ही में सोशल मीडिया कंपनियों के अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में इस पर विचार किया गया था. नए आईटी नियमों के तहत बनाई गई ग्रीवेंस अपीलेट कमिटीज (GAC) की पहली बैठक में यह मुद्दा उठा था.
फिल्टर या टूल बनाने पर हो रहा विचार
सरकारी अधिकारियों ने सोशल मीडिया कंपनियों से किसी टूल या फिल्टर की मदद से भारत के गलत नक्शों को हटाने या दिखने से रोकने के तरीकों के बारे में पूछा है. इन अधिकारियों का सवाल था कि क्या किसी तरीके से भारत के गलत नक्शों को सोशल मीडिया पर दिखने से रोका जा सकता है?
कई विवाद आ चुके सामने
देश के हिस्सों को गलत तरीके से दिखाने के कई विवाद सामने आ चुके हैं. लगातार बढ़ती ऐसी घटनाओं के मद्देनजर सरकार अब इनसे निपटने का तरीका ढूंढ रही है. 2020 में तब विवाद हुआ था जब ट्विटर (अब एक्स) ने लद्दाख को चीन के हिस्से के तौर पर दिखाया था. इसके बाद 2022 में यूट्यूबर ध्रुव राठी पर भारत का गलत नक्शा इस्तेमाल करने का आरोप लगा था. इसके बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संबंधित वीडियो को ब्लॉक करने के आदेश दिए थे.
गलत नक्शा दिखाने पर हो सकती है सजा
भारत का गलत नक्शा दिखाने पर कानून में सजा और जुर्माने का प्रावधान है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रस्तावित कानून में इसके लिए 7 साल तक की सजा और 100 करोड़ रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है. हालांकि, अभी तक यह बिल संसद में पेश नहीं हुआ है. संसद में पेश होने के बाद ही कोई बिल कानून की शक्ल लेता है.