Raigarh News: किसान के घर में घुसे कोबरा का सफल रेस्क्यू, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

रायगढ़, 10 जुलाई 2025 – बरसात के मौसम में जहरीले जीव-जंतुओं की आवाजाही बढ़ जाती है, और इसका एक उदाहरण बुधवार को रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर ग्राम धनागर में देखने को मिला। यहां एक किसान के घर में कोबरा सांप घुस आने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि समय रहते एनिमल सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ठाकुर को सूचना दी गई, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर सफलतापूर्वक सांप को रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।
जोखिम भरा रेस्क्यू ऑपरेशन
धर्मेंद्र सिंह ठाकुर को जैसे ही ग्रामीणों ने सांप के घर में होने की जानकारी दी, वे बिना किसी देरी के अपनी समिति की टीम के साथ धनागर पहुँचे। गांव के एक घर के आंगन में बने एक अधबने कमरे के अंदर दीवार के नीचे सांप एक बिल में छिपा हुआ था।
धर्मेंद्र ने पहले दो बाल्टी पानी डालकर सांप को बिल से बाहर निकलने पर मजबूर किया। जैसे ही कोबरा बाहर आया, वहाँ मौजूद हर किसी की साँसें थम गईं। लेकिन धर्मेंद्र ने अपने अनुभव और संयम का परिचय देते हुए कोबरा को कुशलता से नियंत्रित किया और उसे एक डिब्बे में बंद कर दिया। यह दृश्य देखकर गांववालों को भी एक पल के लिए यकीन नहीं हुआ कि इतना खतरनाक सांप इतनी सहजता से काबू में आ गया। बाद में इस कोबरा को पास के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
जागरूकता और बचाव के उपाय
धर्मेंद्र सिंह ठाकुर ने इस पूरे रेस्क्यू का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है, जिसमें ग्रामीणों और बच्चों की भीड़ के बीच उनके साहसपूर्वक कोबरा को काबू में लेने का दृश्य स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
धर्मेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि यह कोबरा बेहद जहरीला होता है और इसमें न्यूरोटॉक्सिक जहर पाया जाता है। यदि यह जहर किसी इंसान या जानवर के शरीर में चला जाए, तो जान बचाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए सलाह दी कि ऐसे सांपों को देखकर घबराएं नहीं और न ही आग या धुएं का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे सांप और आक्रामक हो सकता है।
उन्होंने ग्रामीणों को यह भी सतर्क किया कि यदि किसी को सांप काट ले, तो बिना समय गंवाए तुरंत जिला अस्पताल पहुँचे, जहाँ स्नेक एंटी वेनम उपलब्ध रहता है। यही इसका एकमात्र प्रभावी इलाज है। बरसात के दिनों में सांपों की आवाजाही बढ़ने के कारण उन्होंने रात को मच्छरदानी लगाकर सोने की भी सलाह दी।







ग्राम धनागर के ग्रामीणों ने तब राहत की सांस ली जब कोबरा को सुरक्षित एक कंटेनर में बंद कर जंगल में छोड़ दिया गया। समिति की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई की पूरे गांव में सराहना की जा रही है।