राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बजा रायगढ़ का डंका, नॉन फीचर फिल्म कैटेगरी में दो अवार्ड की घोषणा… रायगढ़ आस के कलाकारों ने किया है काम

रायगढ़। सिनेमा में राष्ट्रीय स्तर पर रायगढ़ का नाम आया है वह भी राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए जाने के विषय में। उस फिल्म में न सिर्फ रायगढ़ आस के कलाकारों ने काम किया है बल्कि कोरस तक में रायगढ़ के ही लोग हैं और शूटिंग भी यहीं हुई थी। 1 अगस्त को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की लिस्ट में नॉन फीचर फिल्म कैटेगरी में The First फिल्म को भी दो पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
इस पुरस्कार में पहला इस फिल्म के लिए बेस्ट निर्देशन के लिए जहां पीयूष ठाकुर का चयन किया गया है वहीं बेस्ट संगीत निर्देशन के लिए प्रनील देसाई का वहां पुरस्कार के लिए किया गया है। इन नामों में जहां शाहरुख ख़ान, रानी मुखर्जी, विक्रांत मैस्सी का नाम हिंदी फ़ीचर फ़िल्म कैटेगरी में बेस्ट एक्टर के तौर पर घोषित किया गया, वहीं रीज़नल और नॉन फ़ीचर फ़िल्म कैटेगरी में भी अलग अलग अवॉर्ड विजेताओं के नामों की लिस्ट जारी की गई है। 71 वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा के बाद स्तरीय फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ खासकर रायगढ़। एक बार फिर चमका है। इससे पहले एक बाल फिल्म छुटकुन का महाभारत, मोर मन के भरम जैसे फिल्मों को भी राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिल चुके हैं जिनकी शूटिंगरैगढ़ में हुई और उसमें यहीं के कलाकारों ने कम किया था।
2018 में रायगढ़ इप्टा के सहयोग से पीयूष ठाकुर के निर्देशन में यह नॉन फ़ीचर फ़िल्म The First FIlm बनी थी। इस फिल्म के निर्देशक पीयूष ठाकुर FTII से पास आऊट हैं और मुंबई में फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में काफी बेहतर काम कर रहे हैं। 2018 में अपनी पूरी टीम के साथ पीयूष रायगढ़ आये थे। The First FIlm में इप्टा रायगढ़ के निर्देशक अजय आठले, ऊषा आठले, शिबानी मुखर्जी, प्रियंका बेरिया, वासुदेव निषाद, विवेकानंद, टोनी चावड़ा, स्वप्निल, युवराज सिंह “आज़ाद” सहित कोरस में रायगढ़ के ही कई लोगों ने काम किया है, तक़नीकी पक्ष में FTII से पास आऊट अनादि आठले के साथ रायगढ़ इप्टा के साथी भरत निषाद और श्याम देवकर ने काम किया है। The First FIlm को रायगढ़ के भिखारीमाल गांव मेंं फ़िल्माया गया है साथ ही गोपी टॉकीज़, तत्कालीन सांसद बंगला (अभी रायगढ़ विधायक वित्तमंत्री ओपी चौधरी का बंगला) को भी लोकेशन के तौर पर इस्तेमाल किया गया था।
The First Film के लिए निर्देशन प्रशस्ति में पीयूष ठाकुर के संदर्भ में कहा गया है कि “निर्देशक ने सिनेमा के जादू और अनकहे रोमांस को चंचलता व कोमलता से अभिव्यक्त किया है। कथा में नारी सशक्तिकरण और व्यक्तिगत स्वायत्तता की सूक्ष्म परतें इस बात का प्रमाण हैं कि निर्देशक को माध्यम की गहरी समझ है।” वहीं The First FIlm के संगीत निर्देशन प्रशस्ति में प्रानिल देसाई के संदर्भ में कहा गया है कि “फिल्म में संगीत का प्रयोग भावनाओं और पात्रों के मनोभावों को उभारने के लिए चंचलता से किया गया है। तबले के आनंददायक प्रयोग से परंपराओं में रची-बसी कालातीत भावनाओं को प्रभावशाली रूप से व्यक्त किया गया।”
The First Film को दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिलने से छत्तीसगढ़ को फ़िल्म निर्माण के लिहाज़ से राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर बड़ी पहचान मिली है, रायगढ़ के कला जगत के लिए गौरव की बात तो है ही। यहां ये बताना भी ज़रूरी है कि The First Film को इससे पहले कई अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल में प्रदर्शन के शामिल किया जा चुका है, वहां से भी अलग अलग कैटेगरी में कई अवॉर्ड इस फ़िल्म के खाते में आ चुके हैं।