रायगढ़। एसईसीएल छाल खदान में कोयला चोरी पकड़ने के बाद मामले की परत दर परत उधडने लगी है। इसमें एक के बाद एक नए-नए मोड आने शुरू हो गए। इसमे एसईसीएल के उच्चधिकारी चर्चा में बताया कि छाल खदान के बूम बैरियर में लापरवाही बरतने वाले ऑपरेटर तथा एक बाबू को फिलहाल सस्पेंड कर दिया तथा मामले में कांटा घर में तैनात कर्मचारी पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इस मामले में सूत्रों के माने तो आने वाले समय में एसईसीएलके उच्च अधिकारी इस मामले में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण की दर्ज कर सकती है। जिसे लेकर सीधे जिले के पुलिस कप्तान इसमें मॉनेटरी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि एसईसीएल खदान में कोयला चोरी का मामला वृहद रूप धारण करने लगा है। इसमें एसईसीएल के उच्च अधिकारियों ने ब्रह्मोस न्यूज़ से एक चर्चा के दौरान बताया कि मामले कि तह तक जाने के लिए 03 टीम का गठन किया गया है। जिसमें जिला स्तर , लोकल स्तर तथा पुलिस की टीम किरदार निभा रही है। बताया जा रहा है कि कोयला चोरी के इस बड़े गोरख धंधा से पर्दा उठाने के लिए एसईसीएल के उच्च अधिकारी पिछले 6 महीने का रिकॉर्ड खंगाल रही है। जिसमें कोई अधिकारी या कर्मचारी डेटा से छेड़छाड़ या डिलीट ना कर सके इसके लिए ऊपर स्तर पर लॉक कर दिया गया है । किसी भी प्रकार से छेड़छाड़ करने या डाटा डिलीट करने की कोशिश करते ही उक्त कर्मचारी पकड़ा जाएगा। बताया यह भी जा रहा है कि 2 करोड़ से ऊपर का कोयला चोरी का मामला निकला तो सीधे सीबीआई जांच को चला जायेगा।
पकड़े गए गाड़ियों का नम्बर फर्जी
सूत्रों के अनुसार खरसिया के जी नामचीन व्यक्ति का नाम आ रहा है उसे लेकर भी एसईसीएल गंभीर है। इसके अलावा जिस गाड़ी में कोयला चोरी पकड़ा है उक्त दोनों ट्रकों का नंबर फर्जी हो सकने की भी बात कही जा रही हैं जो किसी साहू और तिवारी के नाम से दर्ज है जिसमे फिलहाल डंपरों के चेचिस नंबर से गाड़ी मालिक का नाम खंगाला जा रहा है।
भटिया के नाम से जारी हुआ डीओ
कोयला चोरी करने के इस मामले में बताया जा रहा है कि डीओ किसी भटिया के नाम से जारी किया गया है । जबकि जिस नामचीन व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है उसके लोडर का कार्ड इस्तेमाल किया गया है । इस लिहाज से इस मामले में एसईसीएल क्रिमनल केस दर्ज करने का मन बना रही है।
इस सेटिंगबाज पर भी टिकी है निगाहे
एसईसीएल छाल खदान के इस मामले में एक ऐसे व्यक्ति का नाम उछलकर सामने आया है जो वर्षों से खदान में अपनी गहरी पैठ जमाए बैठा है। और हर किसी की सेटिंग करवाने का खेल खेलता आ रहा है। उसकी भी संलिप्त होने की आशंका से मामले में जांच की जा रही हैं।
कांटा ही नही हुई और निकल गई गाड़ियां
सूत्रों के अनुसार पकड़े गए दोनों गाड़ियां कांटा घर से होकर ही नही निकली है परंतु कांटा घर से हुए बिना गाड़ी निकलने का कोई और रास्ता भी नही है । फिर बिना कांटा हुए गाड़ी बूम बेरियर तक कैसे पहुची । यह एक अनसुलझा सवाल है। इसमे भी संलिप्ता की बू आ रही है। इसकी वजह से फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है।