रायपुर। भारतीय हॉकी टीम के सेटर फॉरवार्ड के रूप में दुनिया में देश का नाम रोशन करने वाले विसेंट लकड़ा के इलाज के लिए छत्तीसगढ़ का एनआर ग्रुप ने मदद का हाथ बढ़ाया है। एनआर ग्रुप के मालिक संजय अग्रवाल ने आज सुबह रायगढ कलेक्टर तारन प्रकाश सिनहा दफ्तर पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर से मिलकर बताया कि उनका ग्रुप विसेंट लकड़ा का इलाज का पूरा खर्च उठाने के साथ ही उनके एक बेटे को अपने प्लांट में नौकरी देगा।
देश का गुमनाम हीरो विसेंट लकड़ा को लकवा मार दिया है। मगर पैसे के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। यह खबर इस कदर वायरल हुई कि देश भर से उनके पास मदद के लिए फोन आ रहे हैं। रायगढ़ कलेक्टर तारन प्रकाश सिनहा ने धरमजयगढ़ एसडीएम को विसेंट के गांव भेजा तो वन विभाग ने धरमजयगढ़ डीएफओ को विसेंट का हाल-चाल जानने भेजा। आज उद्योगपति संजय अग्रवाल कलेक्टर से मिलकर विसेंट का इलाज और उनके बेटे को नौकरी देने का ऑफर दिया।
रायगढ़ कलेक्ट बोले…
कलेक्टर तारन प्रकाश सिनहा ने बताया कि एनआर ग्रुप के मालिक उनसे मिलने आए थे। उन्होंने विसेंट लकड़ाजी के इलाज के साथ ही उनके बेटे को नौकरी देने कहा है। उन्होंने कहा, अ़च्छी बात है, लोग विसेंट की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
कौन है एनआर ग्रुप
एनआर ग्रुप का छत्तीसगढ़ में कोयला और स्टील का बड़ा काम है। उन्होंने स्टील प्लांट में पिछले साल 4700 करोड़ रुपए का निवेश किया था। एनआर ग्रुप के मालिक संजय अग्रवाल छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसियेशन के अध्यक्ष रह चुके हैं।