‘ऑन द रोल ऑफ़ विज़नरी लीडरशिप फॉर विकसित भारत 2047’ विषय-वस्तु पर आधारित ‘स्कूल लीडरशिप वर्कशॉप 2025’ में रायगढ़ जिले के 200 से अधिक विद्यालयों के प्राचार्य/ प्रमुख होंगे शामिल
ओ. पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ में शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और नेतृत्व को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से “स्कूल लीडरशिप वर्कशॉप 2025” का आयोजन 11 जनवरी को किया जाएगा। ‘ऑन द रोल ऑफ़ विज़नरी लीडरशिप फॉर विकसित भारत 2047’ विषय-वस्तु पर आधारित ‘स्कूल लीडरशिप वर्कशॉप 2025’ का आयोजन विश्वविद्यालय के पूंजीपथरा परिसर में किया जाएगा। जिला शिक्षा कार्यालय, रायगढ़ के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में जिले के 200 से अधिक विद्यालयों के प्राचार्य/ प्रमुख एवं स्कूल शिक्षा से जुड़े अधिकारीगण शामिल होकर विद्यालय के प्रबंधन, शैक्षिक सुधार, और नवाचारों के कार्यान्वयन पर चर्चा करेंगे। इस कार्यशाला का उद्देश्य स्कूल एवं उच्च शिक्षा शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रमुख लोगों के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करना; तथा स्कूल नेतृत्व को और अधिक प्रभावी बनाने, वर्त्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रबंधन कार्यों में सकारात्मक बदलाव लाने और स्कूलों में सर्वांगीण विकास के लिए रणनीतियाँ विकसित करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना है।
ओ. पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने कार्यशाला के बारे में बात करते हुए कहा की “शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि यह छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए एक ऐसा वातावरण बनाना है जहां नवाचार, समर्पण और नेतृत्व की भावना को प्रोत्साहित किया जा सके। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘स्कूल लीडरशिप वर्कशॉप 2025’ इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विद्यालयों के नेतृत्व को बेहतर बनाने और शिक्षा में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर प्रदान करेगा। स्कूल लीडरशिप वर्कशॉप 2025 का उद्देश्य विद्यालय प्रमुखों को प्रभावी नेतृत्व, शैक्षिक नवाचार, और प्रभावी प्रबंधन कौशल से सुसज्जित करना है, ताकि वे अपने विद्यालयों में समग्र विकास, गुणवत्ता शिक्षा और सकारात्मक परिवर्तन सुनिश्चित कर सकें। इतना ही नहीं, इस कार्यशाला के माध्यम से शिक्षकों और विद्यालय प्रमुखों को प्रेरित भी करना है, ताकि वे 2047 तक एक विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
विश्वविद्यालय के करियर डेवलपमेंट सेंटर के प्रमुख एवं कार्यशाला आयोजन के संयोजक डॉ शेषदेव नायक ने बताया की 11 जनवरी को सुबह 09:30 बजे से शाम 05 :30 बजे तक चलने वाले इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. के. वेंकट राव, जिला शिक्षा अधिकारी, रायगढ़ एवं ओ. पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार अपने विचार सभी के साथ साझा करेंगे। तकनीकी सत्रों में आईआईएम संबलपुर से डॉ. सुजीत कुमार प्रुसेथ, मास्टर ट्रेनर और सीबीएसई जिला समन्वयक श्री टूना बिस्वाल और ओपी जिंदल विश्वविद्यालय से डॉ. संजय कुमार सिंह द्वारा आवश्यक विषयों पर प्रस्तुतीकरण/ प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा। कार्यशाला के अंतिम चरण में एक पैनल डिस्कसन आयोजन होगा जिसमे प्राचार्यगण NEP-20 एवं बदलती अर्थव्यवस्था में सफलता के लिए छात्रों को तैयार करने आदि मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह कार्यशाला जिले भर के स्कूलों के नेतृत्व में एक सकारात्मक बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विद्यार्थियों के प्रदर्शन में सुधार, शिक्षक प्रशिक्षण, विद्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार, और समग्र विद्यालय विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सकेगा।
ज्ञातव्य हो की रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। वर्त्तमान में विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग (डिप्लोमा, बी.टेक., एम.टेक., एवं पीएचडी), मैनेजमेंट (बीबीए, बी कॉम-ऑनर्स, बीए- ऑनर्स, एमबीए एवं पीएचडी) एवं साइंस (बीएससी-ऑनर्स, एमएससी एवं पीएचडी) के पाठ्यक्रम संचालित हैं। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर के अनेक सम्मानों से सम्मानित ओपीजेयू को हाल ही में राष्ट्रीय मूल्याङ्कन एवं प्रत्यायन परिषद् द्वारा NAAC “A” ग्रेड प्रदान किया गया है, जो की विश्वविद्यालय की अकादमिक एवं प्रशासनिक उत्कृष्टता को रेखांकित करता है।