जनता वोट विवेक से देगी ना कि बहकावे में आकर : सुरेश
रायगढ़ टॉप न्यूज 08 फरवरी। रायगढ़ शहर की यह जो चौड़ी- चौड़ी सड़कें, फ्लाई ओवर ब्रिज, गौरव पथ, नया ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी और स्टेशन कॉम्प्लेक्स दिखता है यह सुरेश गोयल के सभापति दौर में बना है तब रायगढ़ कलेक्टर हुआ करते थे अमित कटारिया जिन्होंने नगर निगम सभापति के सहयोग से रायगढ़ को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया। उस समय राज्य और शहर में भाजपा के डबल इंजन की सरकार थी तो सभापति सुरेश ने 65 करोड रुपए राज्य सरकार से रायगढ़ शहर के विकास को मांगें। राशि मिली तो शहर की सड़कों का चौड़ीकरण और शहर के बाहर जैसे अतरमुड़ा, इंदिरा विहार सर्किट हाउस की सड़कों को और चौड़ा करना सब सुरेश गोयल के कार्यकाल में ही संभव हो पाया। चौड़ीकरण याने सीधे तौर पर लोगों और व्यापारियों से बेर मोड़ लेना था पर शहर विकास के लिए तत्कालीन सभापति सुरेश गोयल ने सभी को समझाया और राजी किया इस कारण इन्हें रायगढ़ विकास का ब्रांड माना जाता है और शहर का बेटा कहा जाता है। अब, एक बार फिर से सुरेश गोयल पार्षदी चुनाव में खड़े हैं और लोगों से विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं । सुरेश बताते हैं कि समय के साथ वार्ड में अनावश्यक तारों के झुंड लगे हैं इसे हटाना है, वाहनों की तादाद बढ़ती जा रही है इसके मध्य नजर सड़कों को व्यवस्थित करना और संजय कंपलेक्स को संवारना इनकी पहली प्राथमिकता होगी।





शहर सरकार अगर भाजपा की बनी तो ट्रिपल इंजन की सरकार होगी। तब रायगढ़ का जो विकास होगा उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। जबकि रायगढ़ के लोगों ने मेरे सभापति कार्यकाल में हुए कार्यों को देखा है तब तो हमारी डबल इंजन की सरकार थी। वैसे भी मुख्यमंत्री ने स्वयं इस वार्ड में लोगों से अपील की है कि वह भाजपा को जिताएं, सुरेश गोयल को जिताएं और बाकी सब उन पर छोड़ दें। वे विकास में किसी भी का प्रकार की कमी नहीं होने देंगे।
अपने विकास के विजन के साथ सुरेश गोयल लगातार सघन जनसंपर्क कर रहे हैं। उन्हें लोग भर- भरकर आशीर्वाद दे रहे हैं और सुरेश से अपनी बात भी कर रहे हैं। सुरेश बड़ी विनम्रता पूर्वक बड़ों से जहां आशीर्वाद ले रहे हैं वहीं छोटों से स्नेह प्राप्त कर रहे हैं।
जनता सब जानती है : सुरेश
सुरेश बताते हैं कि गोठान के नाम पर प्रदेशवासियों को ठगने वाली कांग्रेस सरकार का कब का सूपड़ा साफ हो चुका है। अब अगर कांग्रेसी गाय,सांड इत्यादि की बात करें तो यह उनकी ना समझी नहीं नितांत बेफकूफी है।
युवा देश का भविष्य हैं पर एक भटका , बरगलाया और लक्ष्य से भटका हुआ युवा खतरा है। विकास के सपने दिखाना और उसे हासिल करने में फर्क होता है, यहां तजुर्बा काम आता है। समाज और वर्ग के नाम पर भटकाने वाले से आमजन पहले ही कन्नी काट लेते हैं। असंतुष्ट कभी शांत नहीं होते तिकड़म में मासूमों को फंसा देते हैं। तिकड़म सिर्फ निजी स्वार्थ साधने में जिसके सामने विकास दम तोड़ देता है। जनता जनार्दन इन सारी बातों को बखूबी जानती है और वह अपना मतदान सिर्फ अपने विवेक से करेगी ना कि सपनों के वादों से, मतलबी इंसानों के बहकावे में आकर।
जन सहयोग से जनहित में कार्य
विदित हो कि सुरेश बीते 35 साल से सार्वजनिक जीवन जी रहे हैं। रामनिवास टॉकीज चौक पर यह हर शोभायात्रा का स्वागत करते हैं और इसी जगह पर त्योहारों पर भंडारे का भी आयोजन करते हैं। गर्मी में लोगों को पानी और शरबत पिलाना हो या फिर बेजुबान जानवरों के लिए सिकोरा और अन्न की व्यवस्था करना हो सब सुरेश करते हैं। समाज सेवा का यह कार्य तीन दशक से चल रहा है सुरेश और उनके लोगों की टीम है जो युवक संघ के नाम से जानी जाती है। यह वही युवक संघ है जो हर साल दुर्गा पूजन करवाता है और सुरेश के सभी सार्वजनिक सेवा के कार्यों में सहयोग करता है। यह सारे कार्य लोगों के सहयोग से होते हैं।
रेल हो जेल सुरेश करते हैं सेवा
रेलवे स्टेशन में यात्रियों को पानी पिलाने के लिए उनके 100 लोगों की टीम हुआ करती थी जैसे ही कोई भी यात्री ट्रेन रायगढ़ स्टेशन में उतरती रुकती थी वैसे ही यह अपने साथियों के साथ सभी यात्रियों के पानी के बर्तन भर देते थे।
आम जन ही नहीं जेल में भी सुरेश की काफी इज्जत है क्योंकि वह सारे त्यौहार कैदियों के साथ जेल में ही मानते हैं फिर चाहे वह होली दिवाली या फिर भंडारा हो। समय-समय पर कैदियों के लिए स्वास्थ्य शिविर, उनके लिए चश्मा या फिर अन्य उपकरण इन सब की व्यवस्था सुरेश करते हैं
