रायगढ़ । नशे ने एक होनहार छात्र की असमय जिंदगी छीन ली। दरअसल, बीए का एक छात्र शराब पीकर जब घर पहुंचा तो बेटे को नशे में झूमते देख बाप ने इस कदर लताड़ लगाई कि क्षुब्ध युवक ने जहर गटकते हुए मौत को ही गले लगा लिया। यह दुखद वाक्या सरहदी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का है। मेकाहारा में काल कलवित हुए स्टूडेंट का जिला चिकित्सालय में पीएम हो रहा है।
सूत्रों के मुताबिक बरमकेला बरमकेला थानान्तर्गत ग्राम लेन्ध्रा निवासी फकीर मालाकार पिता डमरूधर मालाकार (23 वर्ष) बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। गत 29 अप्रैल की शाम न जाने क्या हुआ कि फकीर शराब पीकर घर पहुंचा। डमरूधर ने बेटे को शराब के नशे में झूमते देख डांट फटकार लगाते हुए कैरियर बनाने में ध्यान देने की सलाह दी तो फकीर गुस्से में मोबाइल फोन पटकते हुए कलह मचाने लगा। ऐसे में नशे की झोंक में बेटे को बवाल करते देख पिता घर से निकला।






रात साढ़े 10 बजे डमरूधर जब घर वापस पहुंचा तो परिजनों ने बताया कि फकीर कीटनाशक दवा डकार चुका है। फिर क्या, बदहवास मालाकार परिवार फकीर को नजदीकी बरमकेला के स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए तो प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने रायगढ़ रेफर कर दिया, लिहाजा उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया, मगर यहां युवक की हालत में चिंताजनक गिरावट को देख डॉक्टर्स ने उसे अन्यत्र रेफर किया तो फकीर को 1 मई को बालाजी मेट्रो हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
वहां 7 रोज तक सघन इलाज में खर्च बढ़ा तो पैसे की कमी होने पर फकीर को मजबूरन पुनः मेकाहारा में भर्ती कराया गया और डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद अंततः 22 मई की दोपहर लगभग 1 बजे उसके प्राण पखेरू उड़ गए। बहरहाल, जिला चिकित्सालय में उसकी पोस्टमार्टम की कार्रवाई पुलिस करा रही है।
