चैत्र नवरात्र कों लेकर अनुविभागीय अधिकारी डभरा के नेतृत्व में जिला कलेक्टर सक्ती के निर्देश में सम्पन्न हुई मेला समिति की बैठक

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13 अप्रेल से 17 अप्रेल तक मंदिर न्यास करा रहा लोक कला, संगीत, कवियों के विविध आयोजन
चंद्रपुर। आने वाले 9 अप्रेल से चैत्र नवरात्र का आरम्भ हो रहा है। मंदिर प्रशासन के साथ साथ प्रशासन भी इसको लेकर सजग है। चुनावी आचरण सहिंता साथ ऐसे अवसरो पर राजनेताओ और अधिकारियों के दर्शन पर आने की संभावना भी बनी रहती है। ऐसे में जिला कलेक्टर अमृत तोपमो के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बालेश्वर राम ने चैत्र नवरात्र की मेला व्यवस्था के दौरान व्यवस्था को जन सुरक्षा, जन सुविधा के साथ सम्पन्न कराने के उद्देश्य से मेला समिति की बैठक आहूत की। जिसमे राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य, बिजली, मंदिर न्यास, व्यापारीयों का प्रतिनिधि मंडल आदि सम्मिलित रहे।
जैसा की सर्वविदित है चंद्रपुर स्थिति देवी मंदिर में प्रत्येक वर्ष देवी के पावन चैत्र नवरात्र के समीप आते ही भक्तो का तांता मंदिर दर्शन को लगने लगता है। लोगों की आवाजाही की भीड़ को मंदिर के मुख्य द्वार, नगर की गली, सड़को पर देखा जाने लगता है। ऐसे में आने वाले दर्शनार्थियों को ध्यान में रख मंदिर की साफ़ सफाई व दर्शनार्थियों की सुविधा की दृष्टि से मंदिर परिसर के साथ मंदिर के आसपास में पेयजल आदि की व्यवस्था दुरुस्त की जाती है। वही स्थानीय प्रशासन – पुलिस, राजस्व, नगर निकाय, बिजली, स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल कर दर्शनार्थियों की सुरक्षा- सुविधा को भी उचित व्यवस्था करते है। इस वर्ष चैत्र नवरात्र पर आस्था के जोत रूपी लगभग 6000 – 8000 से अधिक ज्योत कलश जलने की संभावना है। 13 अप्रेल से लोककला एवं संगीत कों लेकर विविध कार्यक्रम का आयोजन मंदिर न्यास द्वारा कराया जा रहा है जिसमे 13 अप्रेल कों दुकालू यादव प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायक, 14 अप्रेल कों लोक गायिका आरु साहू, 15 अप्रेल कों स्वाति मिश्रा राष्ट्रीय स्तर की गायिका (राम आएंगे तो अंगना सजाउंगी..) 16 अप्रेल कों कवि सम्मेलन कवि सुरेन्द्र दुबे, कवियत्री अनामिका अंबर, कवि प्रबुद्ध सौरभ, कवि हिमांशु बवंडर, कवि सौरभ सुमन, कवि स्वयं श्रीवास्तव की प्रस्तुति होंगी, 17 अप्रेल कों लोक गायिका एवं कलाकार गरिमा, स्वरना दिवाकर एवं समूह की प्रतूतिया होंगी। इन सभी कार्यक्रमों कों लेकर भी व्यवस्था पर चर्चा हुई।
इस बैठक के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डभरा बालेश्वर राम, तहसीलदार अभिजीत राजभानु, मुख्यनगरपालिका अधिकारी रामसजीवन सोनवानी, डॉ टेकन सिंह मनहर, थाना प्रभारी, मंदिर न्यास के प्रबंधक गोविन्द अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अजीत पाण्डेय एवं अन्य न्यासी गण एवं राजस्व अधिकारी, विद्युत् अधिकारी, पत्रकार गण एवं सम्मानीय गण सम्मिलित रहे।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डभरा 
आदर्श आचरण सहिता का पालन करते हुए नवरात्र पर्व कों सुरक्षित और सुविधापूर्ण बनाने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों एवं न्यास समिति, पत्रकार एवं नगर के गणमान्य लोगो के साथ बैठक कई गयी जिसमे सुरक्षा सुविधा हेतु समुचित चर्चा कर सभी का दायित्व निर्धारण किया गया है। जिला कलेक्टर के निर्देश एवं मार्गदर्शन में प्रति वर्ष की भांति ही नवरात्र पर्व कों लेकर प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। जिसमे आदर्श आचरण सहिता का पालन अनिवार्य रूप से किया जायेगा। मेला व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन सक्ती के दिशा निर्देश पर उचित व्यवस्था की जा रही है। नगर पंचायत अधिकारी को भी पेयजल व साफसफाई के लिये विशेष निर्देश दिये गये है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को भी दवा व आवश्यक सुविधाओ से लैस रहने कहा गया है। थाना प्रभारी कों यातायात व्यवस्था एवं जन सुरक्षा हेतु विशेष हिदायत डी गयी है एवं. पर्याप्त बल बुलाने निर्देशित किया गया है। मंदिर परिसर में न्यास व न्यास के पदाधिकारियों से तालमेल बना निर्वाध रूप से मेला व्यवस्था को संचालित किया जायेगा मैं स्वयं तहसीलदार आदि के माध्यम से जिम्मेदार अधिकारियों व पदाधिकारियों के संपर्क में हूं।
मेला दंडा अधिकारी अभिजीत राजभानु 
नवरात्र के अवसर पर आने वाले दर्शनार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रख मंदिर प्रशासन और आम जनता से चर्चा कर व्यवस्था बनाई गयी है। समय समय पर उच्च अधिकारियों से बात कर आवश्यक दिशा निर्देश लिये जा रहे है। जिले से नवरात्र मेले के दौरान व्यवस्था बनाये रखने आवश्यक बल मंगाया गया है। मंदिर परिसर व बाहर आवश्यक स्थानों पर अस्थायी पुलिस चौकी व बल तैनात किया गया है व रात्रि में मेला स्थान आदि आयोजनों पे पेट्रोलिंग करते हुए विशेष ध्यान दिया जायेगा। नगर व आसपास के क्षेत्र में निरन्तर पुलिस पैट्रोलिंग की जायेगी। शान्ति पूर्ण और सुरक्षित माहौल में मेला कराने का दायित्व है। जिसे पूरा किया जायेगा।
मेला व्यवस्था के संबंध में जानकारी देते हुए मंदिर न्यास के प्रबंधक न्यासी गोविन्द अग्रवाल एवं न्यासी कोषाध्यक्ष अजीत पाण्डेय जी ने बताया कि मेले के दौरान दर्शनार्थियों की सुविधा सुरक्षा के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाते है मंदिर परिसर में इन सब बातो का विशेष ख्याल रखा जाता है, मंदिर न्यास के कर्मचारी और न्यासी पूरा प्रयास करते है कि माँ के भक्तों को दर्शन में किसी तरह की परेशानी न हो और व्यवस्थित, सुरक्षित वातावरण में उन्हें माता के दर्शन हो सके। मंदिर परिसर में ही दर्शनार्थियों के समय व्यतीत करने के लिये मनोहारी कई साधन विकसित किये गये है। इस दौरान पुलिस प्रशासन, राजस्व विभाग, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग संग नगर निकाय के अधिकारी कर्मचारी का विशेष तौर पे सहयोग मिलता है।




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