Raigarh News: आस्था की ज्योति से समूचा अंचल व शहर हुआ उजियारा, बूढ़ी माता मंदिर में दादी समिति का यादगार महाभंडारा

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रायगढ़ टॉप न्यूज 27 मार्च 2023/ शहर में चैत्र नवरात्रि महापर्व को श्रद्धालुगण बड़ी भव्यता व श्रद्धा से मनाते आ रहे हैं। इस बार भी मंदिरों में अखंड दीप प्रज्ज्वलित कर भक्तगण पूजा अर्चना कर रहे हैं। छठवीं तिथि को माता कात्यायनी की पूजा के बाद आज महासप्तमी पर्व को माता कालरात्रि की पूजा – अर्चना वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होगी। चैत्र नवरात्रि पर्व की खुशी में शहर और अंचल इन दिनों आस्था की ज्योति से उजियारा है साथ ही सर्वत्र आध्यात्मिक खुशी से माता के भक्तगण भक्ति भाव में सराबोर हैं।

माता महाकाली की महिमा
मान्यता के मुताबिक माता कालरात्रि की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं व माता कालरात्रि की पूजा से शनिदेव भी शांत होते हैं। इसी तरह पुराणों में भी उल्लेख है कि माता कालरात्रि जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा करती हैं व शत्रु और दुष्टों का संहार करती हैं। वहीं इनकी पूजा करने से तनाव, अज्ञात भय और बुरी शक्तियां दूर होते हैं ।माता कालरात्रि का स्वरूप रंग कृष्ण वर्ण का है।वहीं कृष्ण वर्ण के कारण ही इन्हें कालरात्रि भी कहा जाता है।इसी तरह माता कालरात्रि की चार भुजाएं हैं व पौराणिक कथा के अनुसार असुरों के राजा रक्तबीज का संहार करने के लिए दुर्गा माता ने माता कालरात्रि का रूप लिया था।











वहीं पूजन विधि के अंतर्गत आज चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि की सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। मां कालरात्रि की पूजा में नियम और अनुशासन का विशेष पालन करना चाहिए। मां कालरात्रि की पूजा भी उसी प्रकार से होती है जिस प्रकार से अन्य देवियों की पूजा की जाती है। माता कालरात्रि की पूजा में मिष्ठान, पंच मेवा, पांच प्रकार के फल,अक्षत, धूप, गंध, पुष्प और गुड़ नैवेद्य आदि का अर्पण किया जाता है।इस दिन गुड़ का विशेष महत्व बताया गया है।इसी तरह माता कालरात्रि को लाल रंग प्रिय है। वहीं आज चैत्र नवरात्रि महापर्व की सप्तमी तिथि को माता के भक्तगण विधि विधान से वैदिक नियमों का पालन करते हुए आज माता कालरात्रि की पूजा- अर्चना करेंगे।

माता के दरबार में भक्त टेक रहे मत्था
शहर के माता बूढ़ी मंदिर, अनाथालय दुर्गा मंदिर, गौरीशंकर मंदिर, गायत्री देवी, माता महाकाली मंदिर, समलाई माता मंदिर, महामाया मंदिर, चक्रधर नगर दुर्गा माता मंदिर सहित सभी देवी माता के मंदिरों में पहले दिन से श्रद्धा की ज्योति भक्तगण जलाए हैं और पवित्र मन से पूजा अर्चना कर रहे हैं । जहां प्रतिदिन सुबह से शाम तक भक्तों का दर्शन – पूजन के लिए रेला लगा है। वहीं आगामी 30 मार्च तक चैत्र नवरात्रि पर्व मनाया जाएगा।

बूढ़ी माता मंदिर में यादगार महाभंडारा
शहर के बूढ़ी माता मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन से दादी सेवा समिति की अभिनव पहल से व संयोजिका आशा अग्रवाल टाइटन के विशेष मार्गदर्शन में माता की आराधना व भोग अर्पित करने के बाद सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे तक महाभंडारा का आयोजन किया जा रहा है। महाभंडारा में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण माता का प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। इसी तरह श्रद्धालुओं को प्रतिदिन दाल – चावल, पूड़ी, हर दिन अलग – अलग सब्जी व हलुवा का प्रसाद दिया जा रहा है जो श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक एवं यादगार बन गया है और समिति के इस धार्मिक आयोजन की पूरे शहर में बेहद सराहना हो रही है। वहीं छठमीं तिथि को सभी सदस्यों ने माता कात्यायनी के रुप की पंडितों के सानिध्य में पूजा – अर्चना कर व श्रद्धा की चुनरी चढ़ाकर भोग अर्पित किए। इसी तरह माता कात्यायनी के रुप में सजी बच्ची आद्या अग्रवाल के मनभावन रुप ने सभी श्रद्धालुओं के मन को हर्षित किया। वहीं आज सप्तमीं पूजा को श्रद्धा से सभी सदस्यगण मनाएंगे। इसी तरह धार्मिक इस आयोजन को भव्यता देने में समिति की अध्यक्ष श्रीमती ललिता अग्रवाल, सचिव ममता – कमल गर्ग, कोषाध्यक्ष ममता – बंटी सहित सभी सदस्यगण जुटे हैं ।

हो रहा भजन – कीर्तन
महापर्व नवरात्रि की खुशी सर्वत्र दिखाई दे रही है और भक्तों में अपार आस्था है। वहीं भक्तगण पूजा – महाआरती के बाद मंदिर व अपने घरों में भजन कीर्तन का आयोजन कर माता की आराधना में तल्लीन हैं।















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