रायगढ़। नई दिल्ली से चक्रधर समारोह में कार्यक्रम देने पहुंची देश की प्रख्यात कथक नृत्यांगना सुश्री माया कुलश्रेष्ठ ने सबका मन मोह लिया। उन्होंने 5 वर्ष की आयु में ही अपने पैरों कथक के घुंघरू बांध लिए थे। गुरु डॉ.मोनिका श्रीवास से प्रारंभिक शिक्षा के बाद आपने विधिवत शिक्षा प्राप्त की। कथक में एमए के बाद अभिनय पक्ष की पुष्टता के लिए थिएटर भी किया। सामाजिक सरोकारों से जुड़े होने के कारण इन विषयों को भी उन्होंने अपने नृत्य में स्थान दी है। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अनेकों सम्मान मिल चुके हैं। देश विदेश में 500 से ज्यादा कार्यक्रम दे चुकी हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठवले ने उन्हें शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया।
पद्मश्री अनुज शर्मा ने जसगीत और सुमधुर गीतों से श्रोताओं को झुमाया
विधायक व पद्मश्री अनुज शर्मा ने चक्रधर समारोह के नौवें दिन आज मंच पर अपनी टीम के साथ गीतों की
प्रस्तुति दी। उन्होंने गुरु वंदना से गीत आरम्भ करते हुए छत्तीसगढ़ी में जसगीत गाकर श्रोताओं को अपने साथ जोड़ा और खूब वाहवाही पाई।