रायगढ़। पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर जिला मुख्यालय रायगढ़ में एक दिवसीय धरना दिया गया। धरने में जिले के हजारों शिक्षक शामिल हुए। दोपहर पश्चात 4 बजे रैली निकालकर जिला कार्यालय पहँचे और मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में कलेक्ट्रेट मुख्यालय के पास संयुक्त कलेक्टर श्री रात्रे जी ने ज्ञापन प्राप्त किया तथा उक्त ज्ञापन को नियमानुसार मुख्यमंत्री को प्रेषित करने का आश्वासन दिया।
धरना स्थल रायगढ़ मिनी स्टेडियम के समीप 10 बजे से ही जिले भर के शिक्षक एकत्र होने लगे। जिला संचालक नेतराम साहू, भोजराम पटेल, राजकमल पटेल सहित लैलुंगा धरमजयगढ़ खरसिया घरघोड़ा तमनार पुसौर रायगढ़ के जिला व प्रांतीय सह संचालक विकासखंड संचालक व सह संचालक व सदस्यों की उपस्थिति के साथ साथ विकासखंड से आए हुए पदाधिकारियों ने भी अपने-अपने प्रेरक उद्बोधन दिया तथा अपनी प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा अवधि की गणना किए जाने के लिए संघर्ष हेतु अपने साथियों को आह्वान किया ।
जिला संचालक भोजराम पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्ता में आने के बाद राजनीतिक नेता कर्मचारियों को किए गए अपने वादे भूल जाते हैं और यदि हमें अपने बुढ़ापे की सहारा के रूप में मिलने वाले पेंशन की सही गणना नहीं होती है तो यह हमारे साथ अन्याय होगा ।इसी प्रकार राजकमल पटेल ने पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना की तुलना करते हुए बताया कि शिक्षकों के साथ सरकार विकल्प चुनने का अवसर देकर किस तरह से धोखा कर रही है ।साथ ही सहायक शिक्षक की वेतन विसंगति को प्रथम नियुक्ति तिथि से देने की मांग करते हुए उत्साह भरा गया।
जिला संचालक नेतराम साहू ने कहा कि शिक्षाकर्मी से लेकर अब तक के हमारे सेवा यात्रा में संघर्ष ही संघर्ष जुड़ा हुआ है और आप अपने हक के लिए संघर्ष करने में पीछे नहीं रहेंगे सरकार किसी की हो हमें अपने वाजिब मांग को पूरा कराने के लिए आंदोलन करने में पीछे नहीं रहना है । अब सरकार हमे पुरानी पेंशन दे रही है तो नियुक्ति तिथि से इसका लाभ प्रदान किया जाए। अगर नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन का लाभ नही मिलता तो हम लोग मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़ेंगे।
शिक्षकों की ये हैं 5 सूत्रीय मांगे
मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि मोर्चा 5 सूत्रीय मांगों के लिए आंदोलन कर रहा है। जिनमे पूर्व सेवा के आधार पर पुरानी पेंशन की गणना। केंद्र सरकार की तर्ज पर पूर्ण पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा 20 वर्ष किया जाए। सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जाए। जनघोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नत समयमान वेतन का लाभ दिया जाए।ओ पी एस व एन पी एस हेतु अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की अव्यवहारिक समय सीमा में 3 माह की वृद्धि की जावे।