रायगढ़ टॉप न्यूज 4 अप्रैल 2023. ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के स्कूल ऑफ साइंस द्वारा ‘ ‘एन्वायरन्मेंट मैनेजमेंट एंड फ्यूचर पाथवेज़ ’ विषय पर पांच-दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया। 27 मार्च से 31 मार्च 2023 तक चले इस एफडीपी में देशभर के विद्वानो द्वारा पर्यावरण, पर्यावरण अनुसन्धान, पर्यावरण संरक्षण एवं संरक्षण के तरीकों से सम्बंधित विषयों पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए गए। स्कूल ऑफ साइंस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य फैकल्टी, पंजीकृत पीएच.डी. स्कॉलर और रिसर्च अभिरुचि के इंडस्ट्री के लोगों के लिए उनसे पर्यावरण से संबंधित क्षेत्रों में भविष्योन्मूलक एवं सतत विकास कार्य प्रणाली अंगीकृत करने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने का एक प्रयास करना था। 27 मार्च को आयोजित ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के उदघाटन अवसर पर स्कूल ऑफ़ साइंस के असोसिएट डीन डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा ने सभी प्रमुख वक्ताओं , फैकल्टी एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया और बताया की इस कार्यक्रम में पर्यावण से सम्बंधित अद्यतन अनुसंधान आदि पर व्याख्यान और चर्चा सत्रों के अलावा, विद्वानों द्वारा किए गए कार्यों को भी साझा करेंगे और उनकी शोध गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं पर प्रत्यक्ष चर्चा करेंगे।
सम्पूर्ण देश से दशकों के अनुभव वाले प्रतिष्ठित विद्वान और संकाय सदस्य इस कार्यक्रम के लिए प्रमुख वक्ताओं के रूप में शामिल होंगे और पर्यावरण प्रबंधन की आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ पर्यावरण प्रबंधन के लिए दिशानिर्देशों को भी साझा करेंगे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अंकुर रस्तोगी ने सभी प्रतिभागियों को एफडीपी के सभी सत्रों और सभी प्रमुख वक्ताओं के बारे में बताते हुए इसके प्रमुख उद्देश्यों के बारे में बताया। डॉ रस्तोगी ने सभी प्रतिभागियों से सभी प्रमुख वक्ताओं का विस्तृत परिचय कराया और उनके द्वारा दिए जाने वाले व्याख्यान के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो अनुराग विजयवर्गीय ने अपने उद्बोधन में कार्यक्रम की आवश्यकता और समयानुकूल होने की बात कही। उन्होंने कहा की हमें समय रहते ही सही से कार्य करने की आवश्यकता है नहीं तो केवल पश्चाताप ही करने का अवसर मिलेगा। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ अनिल कुमार गुप्ता, प्रोफ़ेसर, एनआईडीएम , नई दिल्ली ने अपने बीज वक्तव्य के माध्यम से कार्यक्रम की आवश्यकता और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ गुप्ता ने कहा की विश्व स्तर पर बढ़ती आबादी के साथ, हमारे पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है। पर्यावरण तेजी से बदल रहा है, और इसे प्रबंधित करने के लिए दुनिया में बदलाव लाना और पर्यावरणीय कारणों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी भूमिका निभाना बेहद फायदेमंद हो सकता है। यह सही समय है कि हम सभी को यह सीखना चाहिए कि पर्यावरण की रक्षा के लिए समाज को बेहतर निर्णय लेने में मदद करने के लिए वैज्ञानिक, आर्थिक, नीति और सामाजिक विश्लेषण को कैसे लागू किया जाए। अगर हम अपने पर्यावरण के भविष्य में भूमिका निभाना चाहते हैं तो हमें आगे आकर पर्यावरण प्रबंधन के लिए काम करने की जरूरत है।
27 मार्च से 31 मार्च 2023 तक चले इस कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों में प्रमुख वक्ताओं ने अपने- अपने विशिष्ट विषयों पर व्याख्यान दिए। नीति आयोग दिल्ली से डॉ. आशीष कुमार पंडा, डीएस, नीति आयोग ने पशु समावेशी आपदा प्रबंधन पर, इंजी. अवधेश कुमार, सहायक प्राध्यापक, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी, बरेली, यूपी ने जल संरक्षण और सिविल इंजीनियरिंग विषय पर एक व्याख्यान दिया, जो समकालीन परिदृश्य के लिए ही नहीं बल्कि भविष्य के लिए भी उपयुक्त है। डॉ. अमित सिन्हा, एसोसिएट प्रोफेसर, एसआरएम यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने पर्यावरण वित्त प्रबंधन पर, डॉ. विकास रंजन, सीईओ, प्लेज4अर्थ ने ‘क्लीन एनर्जी- इंडिया एंड पाथवे’, डॉ. गिरीश चंद्र मिश्रा, एसोसिएट डीन, स्कूल ऑफ साइंस, ओपीजेयू ने ‘ई-कचरा प्रबंधन’ पर व्याख्यान दिया। डॉ. राजलक्ष्मी, प्रोफेसर, यूनाइटेड यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद द्वारा तनाव प्रबंधन पर, श्री नवीन अग्रवाल, रजिस्ट्रार, सिंधु महाविद्यालय, नागपुर द्वारा आरटीआई और पर्यावरण प्रबंधन पर, डॉ. देवेंद्र नाहर, डी जी एम (GAIL) नेकार्बन शून्य पर और डॉ. अनलकांत झा, एसोसिएट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ साइंस ने ग्रीन टेक्नोलॉजी पर अपने विचार व्यक्त किये जो की अद्भुत और व्यक्ति को सोचने, योजना बनाने और कार्य करने के लिए बहुत उपयुक्त थे।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने स्कूल ऑफ़ साइंस के सभी सदस्यों को इस वर्ष के द्वितीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के सफल आयोजन के लिए बधाई दिया और साथ ही साथ आशा व्यक्त किया की यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा और शिक्षा के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान से सभी को प्रेरणा प्रदान करेगा। फैक्ल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के समापन समारोह में मानविकी विभाग के प्राध्यापक डॉ संजय सिंह ने सभी प्रमुख वक्ताओं के व्याख्यान की सराहना करते हुए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
डॉ सिंह ने ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार, कुलसचिव प्रो अनुराग विजयवर्गीय, सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों, कार्यक्रम के संयोजकों डॉ अंकुर रस्तोगी और डॉ दीपक पटेल, सभी सहयोगियों- डॉ अरिंदम पात्रा,डॉ सौम्या सिंह, प्रो मानस रंजन मिश्रा, डॉ. अनलकांत झा, डॉ. आर.एस. सिंह, डॉ दीप्ती शुक्ला, डॉ स्वाति वर्मा, डॉ देबस्मिता सामल, डॉ के. एन. सिंह, डॉ कविता पटेल, प्रो. चैनी, प्रो सुचिस्मिता एवं श्री चंद्रकांत पाल आदि के प्रति कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना मार्गदर्शन, सहयोग एवं समय देने के लिए आभार प्रदर्शित किया।