Raigarh News: राष्ट्रीय स्पर्धा में जिंदल आशा के विशेष बच्चों ने लहराया परचम, जिंदल फाउंडेशन द्वारा संचालित जिंदल आशा केंद्र के विशेष बच्चे मंजेश यादव ने जीता गोल्ड मैडल

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केंद्र में प्रशिक्षणरत अहिल्या साव ने भी किया शानदार प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ की टीम की राष्ट्रीय स्तर पर हुई सराहना

रायगढ़. जिंदल फाउंडेशन द्वारा विशेष बच्चों के लिए संचालित संस्था जिंदल आशा के बच्चों ने स्पेशल ओलिंपिक भारत द्वारा मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आयोजित राष्ट्रीय बोक्के स्पर्धा में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए शानदार प्रदर्शन किया। संस्था के मंजेश यादव ने डबल्स कैटेगरी में गोल्ड मैडल हासिल किया। वहीं अहिल्या साव के प्रदर्शन की भी खूब सराहना हुई। राष्ट्रीय स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन कर रायगढ़ लौटने पर जेएसपी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीके बीजू नायर ने विशेष बच्चों को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित किया।











चेयरपर्सन शालू जिंदल के नेतृत्व में जिंदल फाउंडेशन समाज के सर्वांगीण विकास में महती भूमिका निभा रहा है। विशेष बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए संचालित जिंदल आशा केंद्र भी जिंदल फाउंडेशन के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। यहां विशेष बच्चों को अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कर सशक्त बनाने की निरंतर कोशिश की जा रही है। इनमें खेल गतिविधियों का प्रशिक्षण भी शामिल है। स्पेशल ओलिंपिक भारत द्वारा देशभर के विशेष बच्चों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बोक्के स्पर्धा का आयोजन 1 से 5 सितंबर के बीज मध्यप्रदेश के ग्वालियर में किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ की टीम में जिंदल आशा के तीन बच्चों मंजेश यादव, अहिल्या साव और मुस्कान सिंह का चयन हुआ।

स्पर्धा में जिंदल आशा के मंजेश यादव ने दुर्ग के एबेन्जर डेविड के साथ मिलकर 22 प्लस बॉयज डबल्स कैटेगरी में शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान, उत्तर प्रदेश और केरल की टीम को हराते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया। जिंदल आशा की अहिल्या साव ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए दर्शकों की खूब सराहना हासिल की। स्पर्धा इंटेलैक्चुअल डिसएबिलिटी कैटेगरी के विशेष बच्चों के लिए आयोजित की गयी थी। इसमें 21 राज्यों से आए विशेष बच्चों ने हिस्सा लिया था। ज्यूरी ने छत्तीसगढ़ की टीम के जोश और जज्बे की सराहना की। इससे पहले 11 अगस्त को स्पेशल ओलिंपिक भारत के छत्तीसगढ़ चैप्टर द्वारा राज्य स्तर पर बोक्के स्पर्धा का आयोजन किया गया था। इसमें जिंदल आशा के मंजेश यादव, अहिल्या साव और मुस्कान सिंह के साथ ही दुर्ग के एबेन्जर डेविड का चयन राष्टीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए हुआ था।

जिंदल फाउंडेशन की चेयरपर्सन शालू जिंदल के मार्गदर्शन में जिंदल आशा में विशेष बच्चों को उनकी प्रतिभा के अनुकूल संवेदनशीलता के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। श्रीमती जिंदल ने इस उपलब्धि के लिए बच्चों को बधाई देते हुए उन्हें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। स्पेशल ओलिंपिक भारत के छत्तीसगढ़ चैप्टर के एरिया डायरेक्टर प्रमोद तिवारी ने इस उपलब्धि के लिए विशेष बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि इस जीत में उनके प्रशिक्षक रवि जैन, चंचला पटेल और मोहन आदित्य का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने जिंदल फाउंडेशन का भी आभार जताया।

राष्ट्रीय स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन कर रायगढ़ वापस लौटने पर शनिवार सुबह जिंदल स्टील एंड पॉवर के कार्यपालन निदेशक पीके बीजू नायर ने मंजेश यादव और अहिल्या साव का सम्मान किया। जिंदल सेंटर में उन्हें आमंत्रित कर बच्चों से स्पर्धा के दौरान अनुभव पूछते हुए श्री नायर ने उन्हें भविष्य में भी पूरी लगन से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने जिंदल आशा द्वारा विशेष बच्चों को सशक्त बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। सीएसआर विभाग प्रमुख रोचक भारद्वाज एवं जिंदल आशा प्रभारी गौरव कपूर ने भी विशेष बच्चों को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए अभिभावकों से भविष्य में भी इसी तरह बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन की अपेक्षा जतायी।















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