रायगढ़। गणपति बप्पा के भक्तों के लिए ये बहुत ही भावुक क्षण होता है. इस दिन गणेश भगवान की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. इसे अनंत चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. यूं तो बीच में भी लोग मूर्ति का विसर्जन कर सकते हैं लेकिन इस दिन को विसर्जन के लिए सबसे शुभ माना गया है. इस बार 17 सितंबर 2024 को अनंत चतुर्दशी पड़ रही है.
रायगढ़ माहाराष्ट्र मंडल द्वारा नटवर स्कूल गणपति बप्पा की विशाल प्रतिमा विराजित की गई थी। जिसका आज पुरे विधिवत पूजा-अर्चना के साथ विसर्जन किया गया। गणेश उत्सव समितियों ने शोभायात्रा निकालकर बप्पा का विसर्जन किया। इस मौके पर बप्पा की मूर्ति के आगे भक्तों ने झूमकर नृत्य किया। ढोल नगाड़ो के साथ भक्तों का रेला लगा रहा । इस दौरान श्रद्धालु ढ़ोल नगाड़े की धुन पर अबीर गुलाल से होली खेलते हुए गणेश प्रतिमा को जल में प्रवाहित करने के लिए भगवान गणेश की झांकी बनाकर शहर के मुख्य मार्गो से निकले। श्रद्धालुओं के हर्षोल्लास को देखते हुए पूरा शहर उत्साह से भर गया। भक्तगण गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया के जयकारे लगाते रहे। इस अवसर पर शोभायात्रा में शामिल स्त्री- पुरूषों व बच्चों ने भगवान गणेश भजनों पर जमकर नृत्य किया। ‘गणपति बप्पा मोरया, अबके बरस तू जल्दी आ के जयकारों से आज पूरा शहर गुंजायमान हो गया। पूजा आरती करने के बाद विधि विधान से गणेश प्रतिमा को जल में विसर्जन किया गया। इस अवसर पर भजन कीर्तन करते श्रद्धालुओं ने सुख शांति की कामना की।