रायगढ़ टॉप न्यूज 8 जून 2023। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ ने शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा हाल ही में घोषित “एनआईआरएफ-इनोवेशन” रैंकिंग 2023 में उल्लेखनीय स्थान हासिल किया है। एनआईआरएफ रैंकिंग प्रत्येक वर्ष शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है। एनआईआरएफ समग्र सिफारिशों और व्यापक समझ से संस्थानों को रैंक करने के लिए एक पद्धति की रूपरेखा तैयार करता है। मंत्रालय द्वारा गठित एक कोर कमेटी द्वारा, विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग के लिए व्यापक मापदंडों की पहचान की जाती है। मापदंड (पैरामीटर ) विशेष तौर पर “शिक्षण, सीखना और संसाधन,” “अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास,” “स्नातक परिणाम,” “आउटरीच तथा समावेशिता,” और “धारणा” पर आधारित होते हैं। यह रैंकिंग शैक्षिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों को उनकी नवाचार संबंधी गतिविधियों जैसे नवाचार और उद्यमिता पाठ्यक्रम, पेटेंट, स्टार्टअप और एमओयू के आधार पर मान्यता देती है।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. डी. पाटीदार ने बताया की भारत में इस रैंकिंग में भाग लेने वाले लगभग 1,500 संस्थानों में से केवल 300 संस्थानों को इस वर्ष रैंकिंग प्राप्त हुई, जिसमे ओपीजेयू ने अपनी स्थापना के बाद से 8 साल की छोटी सी अवधि के भीतर ही 151-300 के रैंक/बैंड में स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा, “ये रैंकिंग एक संस्थान द्वारा अपनाए गए शिक्षण-अध्यापन और शिक्षण-मानदंडों के परिणाम को प्रदर्शित करती है और ओपीजेयू का यह प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा, संसाधन और सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है। विश्वविद्यालय के 25+ स्टार्टअप, 40 पेटेंट, 400+ शोध पत्र, और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संगठनों के साथ 30+ समझौता ज्ञापन जैसी उपलब्धियों के साथ, शिक्षा मंत्रालय की पहल संस्थान की इनोवेशन काउंसिल (IIC 4.0) में OPJU का असाधारण प्रदर्शन ने इस रैंकिंग में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के पास उत्कृष्टता केंद्रों में विभिन्न उन्नत उपकरण हैं, जिनमें वर्चुअल वेल्डिंग सिमुलेटर, रोबोटिक वेल्डिंग सिस्टम, सीएनसी मशीन (लेथ, मिलिंग, वायर ईडीएम), एक्सआरडी, एसईएम, और बहुत कुछ शामिल हैं।
ज्ञातव्य हो की विश्वविद्यालय का इनोवेशन सेंटर में लेजर एंग्रेवर्स, 3डी प्रिंटर और अन्य उन्नत मशीनों जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं उपलब्ध हैं और यहाँ नए विचार, प्रोटोटाइप, प्रशिक्षण आदि गतिविधियों के माध्यम से स्टार्टअप के लिए एक नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने का कार्य किया जाता है। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है।
डॉ. आरडी पाटीदार ने “एनआईआरएफ-इनोवेशन” रैंकिंग के टीम के सदस्यों डॉ. सिद्धार्थ चकरबर्ती, उपाध्यक्ष आईआईसी, डॉ. साकेत जेसवानी, संयोजक आईआईसी, प्रो. आकाश पांडे, एनआईआरएफ-इनोवेशन समन्वयक, डॉ. हिमांशु वैष्णव और सेंटर के निदेशक डॉ. दीपायन प्रियदर्शी सहित इस उपलब्धि के लिए सभी फैकल्टी और स्टाफ को बधाई दिया और सभी के प्रयासों की सराहना की। प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की विश्वविद्यालय को उसके गुणात्मक कार्यों के लिए कई सम्मान – बेस्ट इंडस्ट्री-लिंक्ड इमर्जिंग इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (डिग्री) और बेस्ट इंडस्ट्री-लिंक्ड मैकेनिकल एंड एलाइड इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट (डिग्री) अपने मजबूत उद्योग कनेक्शन के लिए एआईसीटीई-सीआईआई पुरस्कार- आदि प्राप्त हो चुके हैंI
विदित हो की 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा स्थापित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में छात्रों को एक्स्पीरिएंशियल लर्निंग के माध्यम से न केवल सामायिक रूप से इंडस्ट्री रेडी बनाया जाता है बल्कि साथ ही साथ उनकी रचनात्मकता, नवाचार और उद्यमशीलता को भी प्रोत्साहित करने का कार्य किया जाता है।