” आउटकम बेस्ड एजुकेशन (ओबीई)- 2023 रैंकिंग में ‘ए’ ग्रेड के साथ गोल्ड बैंड स्थान की उपलब्धि ओपीजेयू के लिए सम्मान की बात है और यह विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसंधान तथा परिणाम-आधारित शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों और शिक्षकों के अथक प्रयास का सम्मान है। “- डॉ आर. डी. पाटीदार, कुलपति-ओपीजेयू
रायगढ़ टॉप न्यूज 9 जुलाई 2023। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ ने हाल ही में विश्व संस्थागत रैंकिंग (आर . डब्ल्यूआईआर) द्वारा देश में परिणाम आधारित शिक्षा (ओबीई) में ‘ए’ ग्रेड के साथ गोल्ड बैंड हासिल किया है। विश्वविद्यालय ने परिणाम-आधारित शिक्षा (ओबीई) प्रदान करने की दिशा में यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है और यह सम्मान विश्वविद्यालय की उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी के रूप में स्थान की पुष्टि करता है।
आर वर्ल्ड इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग, शैक्षणिक संस्थानों का विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मूल्यांकन है, जो शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसंधान आउटपुट, संकाय विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और छात्र सफलता सहित मानदंडों के व्यापक सेट के आधार पर विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन करता है। इन मापदंडों पर ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट प्रदर्शन के परिणामस्वरूप प्रतिष्ठित गोल्ड बैंड मान्यता प्राप्त हुई है, जो उत्कृष्टता के प्रति इसके असाधारण समर्पण को दर्शाता है।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते एवं पूरे विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा की परिणाम-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के ओपीजेयू के लगातार प्रयासों ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्वविद्यालय द्वारा हमेशा से ही नवीन एवं एडवांस्ड शिक्षण और सीखने की प्रथाओं को लागू करने एवं छात्रों को पेशेवर दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और दक्षताओं से युक्त करने पर फोकस किया गया, एवं साथ ही साथ सभी पाठ्यक्रमो को उद्योग की आवश्यकताओं के साथ जोड़कर और व्यावहारिक प्रदर्शन पर जोर देकर तैयार किया गया है। विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, विश्व स्तरीय संकाय, उद्योग सहयोग और व्यापक छात्र सहायता सेवाओं ने परिणाम-आधारित शिक्षा प्रदान करने में इसकी सफलता में योगदान दिया है। व्यावहारिक प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, अनुसंधान परियोजनाओं और उद्योग-आधारित कार्यक्रमों पर विश्वविद्यालय का ध्यान यह सुनिश्चित करता है कि छात्र अमूल्य व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करें और नियोक्ताओं द्वारा आवश्यक कौशल विकसित करें। विश्वविद्यालय का यह प्रयास छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और समाज के लिए मूल्यवान योगदानकर्ता बनने में मदद करता है। आउटकम बेस्ड एजुकेशन (ओबीई)- 2023 रैंकिंग में ‘ए’ ग्रेड के साथ गोल्ड बैंड स्थान की उपलब्धि ओपीजेयू के लिए सम्मान की बात है और यह विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसंधान तथा परिणाम-आधारित शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों और शिक्षकों के अथक प्रयास का सम्मान है। इस अवसर पर डॉ पाटीदार ने विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती शालू जिंदल के प्रति उनके सतत मार्गदर्शन, प्रेरणा एवं सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। ओपीजेयू की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो अनुराग विजयवर्गीय ने भी सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को बधाई दिया।
यह सर्वविदित है कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। वर्त्तमान में विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग (डिप्लोमा, बी.टेक., एम.टेक., एवं पीएचडी), मैनेजमेंट (बीबीए, बी कॉम-ऑनर्स, बीए- ऑनर्स, एमबीए एवं पीएचडी) एवं साइंस (बीएससी-ऑनर्स, एमएससी एवं पीएचडी) के पाठ्यक्रम संचालित हैं। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है।