निजी विश्वविद्यालयों की ओवरआल श्रेणी में ओपीजेयू को मिला राज्य स्तर पर प्रथम स्थान
रायगढ़। ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ ने प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी रैंकिंग इंडिया “इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2024” में अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए निजी विश्वविद्यालयों की ओवरआल श्रेणी में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान, ज़ोन लेवल पर पंचम स्थान एवं राष्ट्रीय स्तर पर 47वां स्थान प्राप्त किया है। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय के तीनों स्कूल्स (स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट और स्कूल ऑफ़ साइंस) ने भी राज्य स्तर पर अपने- अपने क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि अनुसंधान, संकाय गुणवत्ता तथा छात्र परिणामों में उत्कृष्टता के प्रति ओपीजेयू की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इस उपलब्धि के साथ ही विश्वविद्यालय ने खुद को प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया है।
ज्ञातव्य हो की भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (IIRF) 2015 से प्रकाशित हो रहा है। IIRF शैक्षणिक संस्थानों के लिए सबसे प्रामाणिक है और SAARC विश्वविद्यालयों, भारतीय विश्वविद्यालयों, बिजनेस स्कूल्स, इंजीनियरिंग महाविद्यालयों, लॉ महाविद्यालयों, वास्तुकला और डिजाइन संस्थानों की सबसे निश्चित सूची प्रदान करता है, साथ ही भारत और SAARC देशों के लिए पाठ्यक्रम विश्लेषण के आधार पर रैंकिंग भी प्रदान करता है।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि के लिए सभी डीन्स, विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों और छात्रों को बधाई दिया और कहा की यह सभी के समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है। डॉ पाटीदार ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा की यह उत्कृष्ट मान्यता जिंदल स्टील एन्ड पावर के चेयरमैन श्री नवीन जिंदल जी और विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती शालू जिंदल जी के विज़न, सतत मार्गदर्शन एवं सहयोग से ही मिली है। आने वाले दो वर्षों में विश्वविद्यालय के अकादमिक एवं परिसर इत्यादि के एक्सपान्सन के साथ ही ओपीजेयू न केवल देश में बल्कि विश्व स्तर पर शीर्ष रैंकिंग को प्राप्त करेगा। उन्होंने बताया की यह फ्रेमवर्क देश भर के संस्थानों को रैंक करने की कार्यप्रणाली की रूपरेखा तैयार करता है और इसकी कार्यप्रणाली में सात पैरामीटर शामिल हैं, जो मोटे तौर पर “अकादमिक उत्कृष्टता, शोध, प्लेसमेंट प्रदर्शन, कॉर्पोरेट इंटरफ़ेस, प्लेसमेंट रणनीतियाँ और सहायता, शिक्षण संसाधन और शिक्षाशास्त्र और भविष्य की दिशा” को कवर करते हैं। IIRF रैंकिंग ठोस सर्वेक्षण और शोध पर आधारित है तथा लिमिटेड और कॉर्पोरेट जगत द्वारा स्वीकार की गई भारत की सबसे विविध और प्रामाणिक रैंकिंग है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अनुसंधान उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने में ओपीजेयू के निरंतर प्रयास ही इस रैंकिंग को प्राप्त करने में विशेष सहायक रहे हैं। प्रो. पाटीदार ने भविष्य में अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए अपने शैक्षणिक और अनुसंधान प्रयासों को और बढ़ाने के लिए ओपीजेयू की प्रतिबद्धता दोहराई और बताया की हाल ही में, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय NAAC मान्यता प्रक्रिया के पहले चक्र में “ए” ग्रेड प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ राज्य और मध्य भारत का पहला निजी विश्वविद्यालय बन गया। इसके अतिरिक्त, ओपीजेयू को एजुकेशनल परफॉरमेंस स्टैटिस्टिक्स इन इंडिया (ईपीएसआई) द्वारा 2024 में बहु-विषयक विश्वविद्यालय रैंकिंग के लिए राज्य में प्रथम रैंक से सम्मानित किया गया, जिससे शीर्ष 80 एआईआर में स्थान प्राप्त हुआ। इंडिया टुडे की रैंकिंग में भी ओपीजेयू ने टॉप इमर्जिंग इंजीनियरिंग कॉलेजेस इन ईस्ट रीज़न में पांचवां स्थान प्राप्त किया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनुराग विजयवर्गीय ने भी सभी डीन्स, विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्रों को इस अप्रतिम उपलब्धि के लिए बधाई दिया।
ज्ञातव्य हो कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्वस्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।