श्रेष्ठा होटल में भव्य श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन
रायगढ़, होटल श्रेष्ठा में शहर के प्रतिष्ठित आशाराम परिवार के सभी सदस्यगण पितृ मोक्षार्थ गया श्राद्धान्तगर्त भव्य श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन विगत पांच 11 सितंबर तक किया जा रहा है। व्यासपीठ पर विराजित हैं देश के उद्भट विद्वान पं विजयशंकर मेहता जो अपने दिव्य प्रवचनों से प्रतिदिन दोपहर तीन से सात बजे तक कथा का रसपान कराकर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं।
संतान को संस्कारवान बनाइए – – व्यासपीठ पर विराजित देश के उद्भट विद्वान पं विजयशंकर मेहता ने कथा प्रसंग के अंतर्गत श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि
आज के समय में सबसे कठिन काम बच्चों का लालन-पालन कर उन्हें योग्य बनाना है। एक समय था जब अपने बेटे को देखकर पिता की छाती चौड़ी हो जाती थी और माँ की आँखें खुशी से नम हो जाती थी और आज क्या अजीब समय आया है कि एक पिता को अपने पुत्र की चिंता खा रही है तो माँ की आँखों के नीचे कालिमा छा जा रही है अपने संतान की फिक्र में यह सब सही संस्कार नहीं देने से हो रहा है। इसलिए हर माता – पिता का वर्तमान में प्रमुख दायित्व बनता है कि वे सर्वप्रथम अच्छा संस्कार अपनी संतान को दें तभी उनका भविष्य उज्जवलमय बनेगा।
सरल व्यक्ति को दुख ना दें – – वहीं उन्होंने जड़ भरत की कथा प्रसंग के अंतर्गत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि जड़ भरत का आशय ही भोलापन है। जीवन में कभी भी भले व महापुरुषों का अपमान नहीं करना अन्यथा भगवान पीछे खड़े हैं सब देख रहे हैं उनका अंजाम भुगतना ही पड़ेगा। इसलिए किसी भोले व्यक्ति को कभी भी दुख या किसी भी प्रकार की चोट ना पहुंचाएं। इस तरह से कथा स्थल में कथा की अमृत धारा बह रही है और श्रद्धालुगण एकाग्रचित होकर कथा का रसपान कर रहे हैं। साथ ही मधुर भजन गीत के संग भाव विभोर होकर झूम रहे हैं। वहीं सात दिवसीय पितृ मोक्षार्थ गया श्राद्धान्तगर्त भव्य श्रीमद्भागवत कथा आयोजन को भव्यता देने में आशाराम परिवार के सभी श्रद्धालुगण जुटे हैं। ।