Raigarh News: धान खरीदी पंजीयन सहित अधिकांश कामकाज अब सोसाईटी प्रबंधकों के हवाले

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राजस्व अमला द्वारा लगातार गड़बड़ियां करने के बाद अब उनसे अधिकांश कार्योंं को जोेड़ा, पिछले साल लैलूंगा में हुई थी गड़बड़ी

रायगढ़ टॉप न्यूज 30 सितंबर 2023। धान खरीदी के लिए नया पंजीयन से लेकर रकबा संशोधन और खरीदी के लिए नॉमिनी जैसे अधिकांश कामकाज को तहसील माड्यूल से हटाकर उसे अब सोसाइटियों के एकिकृत किसान मॉड्यूल में जोड़ दिया गया है। सरकार ने यह बड़ा कदम इसलिए उठाया हैं क्योंकि तहसील मॉड्यूल में गड़बड़ियों की बातें सामने आ रही थी। इसमें गड़बड़ी कर रकबा बढ़ाने और फर्जी तरीके से धान बेचवाने से सरकार को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था, इसलिए अधिकांश कार्यों को अब सोसाइटी प्रबंधको को दे दिया गया है। सोसाइटी प्रबंधको ंंकी कार्यशैलियां भी कई बार सवालों के घेरे में रहे है।
इसमें धान बेचने के लिए नया पंजीयन कराने सोसाइटी, रकबा संशोधन कराने के साथ पुराने पंजीयन का कैरिफारवर्ड करने के साथ किसान पंजीयन को आधार रजिस्ट्रेशन और नॉमिनी प्रोसेस जैसे अधिकांश काम को सोसाइटियों के एकिकृत किसान पोर्टल से जोड़ दिया गया है।













सिर्फ यह काम तहसील माड्यूल में होगा
धान बेचे जाने के लिए तहसील मॉड्यूल में यह काम जिसमें यदि कोई कृषक की फौत हो जाती है तो उसे निरस्त कर उसके संतान के नाम पंजीयन कराने का काम तहसील माड्यूल में किया जा सकेगा। वही धान पंजीयन को निरस्त करने की प्रक्रिया भी तहसील माड्Þयूल में होंगी। इस तरह प्रमुख तौर पर दो- तीन कार्य तक सिमित हो जाएगी। बड़ी बात यह हैं कि अभी किसानों के खेतो का गिरदावरी हो रही है। उसमें जैसे जैसे एंट्री पटवारी करते जा रहे है, वह सोसाइटियों के एकीकृत पोर्टल दिखाई दे रहा है। सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अफसर केआर देवांगन ने बताया कि एकीकृत किसान पोर्टल को राजस्व विभाग के भुईया पोर्टल से लिंक कर दिए जाने की वजह से ऐसा हो रहा है। इसमें काफी आसानी हुई है।

लैलूंगा में गड़बड़ी की बात सामने आई थी- पिछले साल लैलूंगा के तहसील माड्यूल में तहसीलदार के आॅपरेटर द्वारा साफ्टवेयर के ओटीपी को वॉयरल कराकर उसमें रकबा एकाएक बढ़ोत्तरी कराकर जिन किसानों के पास काफी कम रकबा था, उन किसानों के खातों में एकाएक रकबा बढ़ाकर उसमें बड़े रुप में गड़बड़ी करने की बात सामने आई थी। इस मामले में सोसाइटी प्रबंधको से लेकर तहसीलदार के आपरेटर और उसके अमले की भूमिका संदिग्ध होंने के बाद इस मामले एफआईआर भी कराई गई थी। सोसाइटी प्रबंधको को हटाया गया था।





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