रायगढ़ टॉप न्यूज 9 दिसंबर 2023 । कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कराकर परिवारिक सदस्यों के बीच में ही धोखाधड़ी कर जमीन को बेच देने के मामले में धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। महिला ने अपने जेठ और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा जमीन को फर्जी तरीके से फोटो और हस्ताक्षर कराकर शहर के ही एक जमीन को दूसरे को फर्जी तरीके से बेच दिया गया।
शहर के दरोगापारा बूढ़ी माई मंदिर निवासी सिमरन सलूजा उर्फ गुरमीत पति दलजीत सिंह सलूजा (40 साल) ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह जमीन सिमरन की सास राजरानी सिमरन के नाम पर थी। इस जमीन को 4 मई 2005 को उसकी सास एवं उनके द्वारा सदर बाजार पवन अग्रवाल से रजिस्टर्ड विक्रय पत्र से सलूजा परिवार ने खरीदा था। सिमरन और उसका पति 2007 से उनके पति के दानीपारा स्थित पैतृक मकान को छोडकर रेलवे बंगला पारा रह रहे थे ।और 2016 से बूढीमाई मंदिर के पास अपने स्वयं के मकान में निवास कर रहे हैं, सास अलग रहने के दौरान पैतृक मकान में जेठ नरेन्द्र पाल सलूजा, दविन्दर सिंह सलूजा उनकी पत्नियां रितु सलूजा एवं गुरजीत कौर सलूजा के साथ रहती थी उनकी मृत्यु नवम्बर 2019 में हो चुकी है।
जमीनी रजिस्ट्री में फर्जी हस्ताक्षर और फोटो लगाया, रायपुर में जांच के बाद कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज किया
सिमरन की सास कम पढ़ी लिखी थी, उन्हे मात्र हस्ताक्षर करना आता था, कि कुछ महीने पहले सिमरन अपने जमीन को पति के साथ देखने गई तो उस जमीन में दूसरे का मकान बना हुआ था। तब नजूल विभाग में जाकर जानकारी हुई कि उक्त हमारी जमीन नसीमा बेगम पति शेख अजीज को 13 फरवरी 2013 को बेच दिया गया है। विक्रय पत्र की नकल निकाली तब जानकारी हुई कि जेठ नरेन्द्र पाल सलूजा, बृंदा सिंह सलूजा एवं उनकी पत्नीयों द्वारा जमीन को फोटो लगाकर फर्जी हस्ताक्षर कर सिमरन की सास का कम पढ़े लिखे होने का फायदा उठाकर जमीन बेचने की बात सामने आई, सिमरन द्वारा दस्तावेजों को विशेषज्ञ रायपुर को भेजकर जांच कराई गई, तो जांच में जांचकर्ता द्वारा सिमरन हस्ताक्षर एवं अंगुठा निशान नहीं होना बताया गया । सास-ससूर द्वारा दिया हुआ सोना का तीन सेट, दो सोने की जोड़ी कंगन, तीन सोने चैन, तीन सोने रिंग, सोने की दो जोड़ी कान की रिंग हमारे पैतृक मकान छोंडकर अलग रहने दौरान सिमरन की सास के पास था, 2007 से आज तक उनके कब्जे में हैं काफी मांगने पर नहीं दे रहे है । लिखित शिकायत पर पुलिस ने इसके खिलाफ शिकायत प्रस्तुत किया है। जेठ नरेन्द्र पाल सलूजा, पारिवारिक सदस्य दविन्दर सिंह सलूजा, रितु सलूजा एवं गुरजीत कौर सलूजा द्वारा ही फर्जी रजिस्ट्री कराई गई है उनके विरुद्ध अपराध दर्ज करने की रिपोर्ट दर्ज कराया गया है।