Raigarh News: ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ और सोहर विश्वविद्यालय, ओमान के बीच शैक्षणिक विकास, नवाचार एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर

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(ओपीजेयू, रायगढ़ एवं सोहर विश्वविद्यालय, सल्तनत ऑफ़ ओमान के बीच यह ऐतिहासिक एमओयू अकादमिक, फैकल्टी-स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन स्टील टेक्नोलॉजी की स्थापना एवं अनुसन्धान क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग के नए रास्ते खोलकर आपसी सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देगा। – डॉ आर. डी. पाटीदार , कुलपति-ओपीजेयू)

रायगढ़ टॉप न्यूज 24 मई 2023। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ एवं सोहर विश्वविद्यालय, सल्तनत ऑफ़ ओमान के बीच अकादमिक,शैक्षणिक विकास, नवाचार, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन स्टील टेक्नोलॉजी की स्थापना एवं अनुसन्धान को बढ़ावा देने एवं सहयोग के लिए 23 मई 2023 को सोहर विश्वविद्यालय परिसर , ओमान में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। समझौता ज्ञापन पर सोहर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ हमदान सुलेमान अल फज़ारी और ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने हस्ताक्षर किए। इस ऐतिहासिक अवसर पर ओपीजेयू की और से मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डॉ एस. दास और सोहर विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण उपस्थित थे। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने की ख़ुशी में विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए डॉ पाटीदार ने कहा की इस समझौते का उद्देश्य शिक्षा एवं अनुसन्धान के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना तथा आने वाले समय में आपसी सहयोग के माध्यम से कई शैक्षणिक परियोजनाओं पर साथ-साथ कार्य करना है।











डॉ पाटीदार ने ज्ञापन के बारे में बताया की इसके माध्यम से दोनों विश्वविद्यालय पारस्परिक हित के क्षेत्रों में अकादमिक और अनुसंधान सहयोग,विचारों का आदान-प्रदान एवं शैक्षणिक और अनुसंधान विकास में वृद्धि , छात्रों और शिक्षकों का आदान-प्रदान एवं शैक्षणिक अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों जैसे सेमिनार, कांफ्रेंस आदि का संयुक्त रूप से आयोजन एवं प्रायोजन आदि कार्य किये जाएंगे। मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर साइंस एन्ड इंजीनियरिंग में 2+1+1 वर्ष के प्रारूप में छात्र अध्ययन कार्यक्रम, इंजीनियरिंग, आईटी और प्रबंधन में संयुक्त अनुसंधान, सम्मेलन और कार्यशालाओं का आयोजन, ओपीजेयू और जिंदल शदीद के सहयोग से सोहर विश्वविद्यालय में इस्पात प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता केंद्र (CoE) की स्थापना, जो हरित इस्पात प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने और मूल्यवर्धित इस्पात उत्पाद के संवर्धन पर ध्यान केंद्रित करेगा, आदि कार्य प्राथमिकता के साथ किये जाएंगे। डॉ पाटीदार इस अंतर्राष्ट्रीय समझौते के प्रति बहुत उत्साहित दिखे और आशा व्यक्त किया की यह समझौता दोनोँ विश्वविद्यालयों के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। अपने सोहर विश्वविद्यालय, ओमान के इस दौरे में डॉ पाटीदार ने विश्विद्यालय के सभी विभागों का भ्रमण किया और सभी स्कूल्स के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में भी शामिल हुए। सभी बैठकों में दोनों विश्वविद्यालयों के भविष्य के कार्यक्रमों और सहयोग के अन्य क्षेत्रों में भी परिचर्चा हुई।

ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती शालू जिंदल ने इस ऐतिहासिक समझौते के लिए कुलपति डॉ पाटीदार एवं विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों को बधाई दिया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस सहयोगात्मक समझौते को अकादमिक एवं अनुसंधान के क्षेत्र में नए रास्ते खोलने और नवाचार को बढाने में मदद करने वाला बताया।

ज्ञातव्य हो कि सोहर विश्वविद्यालय 2001 में ओमान में पहले निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था। इसे ओमान के उच्च शिक्षा मंत्रालय द्वारा डिग्री प्रदान करने की शक्ति प्रदान की गई थी, जिसमें कार्यक्रम और पाठ्यक्रम प्रदान करने का अधिकार है। रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।















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