Raigarh News: कल महाअष्टमी को धर्म व सुख वृद्धि की देवी महागौरी की होगी आराधना

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रायगढ़ टॉप न्यूज 28 मार्च। नवरात्रि की अष्टमी को महाष्टमी या दुर्गाष्टमी कहते हैं जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण तिथि होती है। पुराणों के अनुसार इस दिन माता के आठवें रूप महागौरी की पूजा और आराधना की जाती है। देवी माता महागौरी का वाहन बैल और उनका शस्त्र त्रिशूल है। परम कृपालु माता महागौरी कठिन तपस्या कर गौरवर्ण को प्राप्त कर भगवती महागौरी के नाम से संपूर्ण विश्व में विख्यात हुईं। भगवती महागौरी की आराधना सभी मनोवांछित कामना को पूर्ण करने वाली और भक्तों को अभय, रूप व सौंदर्य प्रदान करने वाली है अर्थात शरीर में उत्पन्न नाना प्रकार के विष व्याधियों का अंत कर जीवन को सुख-समृद्धि व आरोग्यता से पूर्ण करती हैं।

 











अष्टमी के दिन कुल देवी की पूजा के साथ ही मां काली, दक्षिण काली, भद्रकाली और महाकाली की भी आराधना की जाती है। इसी तरह आज महाअष्टमी के दिन देवी मां की पूजा के साथ ही कुमारियों  को भोजन कराया जाता है। पुराणों में उल्लेख है कि दो वर्ष की कन्या को कुमारिका कहते हैं, तीन वर्ष की कन्या को त्रिमूर्ति कहते हैं। इसी प्रकार क्रमश: कल्याणी, रोहिणी, काली, चंडिका, शांभवी, दुर्गा, सुभद्रा आदि वर्गीकरण भी किये गये हैं। अष्टमी के दिन कुमारी भोजन में पूड़ी , चने और मीठा हलुआ खिलाने की परम्परा है । कुमारियों को यथेष्ट भोजन कराने के बाद कुछ दक्षिणा देकर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए। महाष्टमी में दान की वस्तुओं में कमर और उससे ऊपर धारण किये जाने योग्य चीज़ें ही दान करनी चाहिए।

मंदिरों में श्रद्धा से हो रही पूजा
शहर में चैत्र नवरात्रि महापर्व पर्व के प्रथम दिन से ही सभी देवी माता मंदिरों में पुजारी वैदिक नियमों का पालन करते हुए श्रद्धा से अखंड ज्योति कलश प्रज्ज्वलित कर पूजा अर्चना कर रहे हैं। वहीं सप्तमी को महाकाली की पूजा आराधना करने के बाद माता महागौरी की पूजा करेंगे।

श्रद्धा से चुनरी चढ़ाकर लगाए भोग
बूढ़ी माई मंदिर में आज दादी सेवा समिति की सभी महिला श्रद्धालुओं ने महासप्तमीं पर्व के दिन माता कालरात्रि के रुप की आराधना कर श्रद्धा से चुनरी चढ़ाकर माता को महाप्रसाद का भोग अर्पित किए। वहीं माता काली के रुप में सजी बच्ची के मनभावन रुप देखकर हजारों श्रद्धालुगण हर्षित हो गए।

महाभंडारा में हजारों ने पाया प्रसाद
शहर के बूढ़ी माई माता के मंदिर में सामाजिक व धार्मिक संस्था दादी सेवा समिति के सभी सदस्यों द्वारा महाभंडारा का आयोजन संयोजिका श्रीमती आशा अग्रवाल टाइटन के विशेष मार्गदर्शन में किया जा रहा है जहां नवरात्रि के पहले ही दिन से माता का प्रसाद पाने श्रद्धालुओं का सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक हजारों श्रद्धालुओं का रेला लगा है।

महापौर जानकी काटजू ने की सराहना
दादी सेवा समिति के महाभंडारा में आज महापौर श्रीमती जानकी काटजू अपने पति अमृत लाल काटजू के साथ मंदिर दर्शन – पूजन करने पहुंची व समिति के महाभंडारा में माता का प्रसाद ग्रहण कीं। वहीं उन्होंने दादी समिति के इस नेक पहल की बेहद सराहना कीं साथ ही समिति के सभी सदस्यों से मिलकर अत्यधिक खुश भी हुईं। वहीं आज महासप्तमीं पर्व के दिन हजारों की संख्या में दूर दराज व अन्य जिलों से आए श्रद्धालु पहुंचे और सभी महाप्रसाद में दिए जाने वाले भोग दाल, चावल, पूडी सब्जी, सलाद, हलवा की अत्यधिक सराहना करते हुए समिति के सदस्यों को इस प्रशंसनीय पहल के लिए बधाई दे रहे हैं।

भव्यता देने में जुटे सदस्य
तरह धार्मिक इस आयोजन को भव्यता देने में समिति की अध्यक्ष श्रीमती ललिता अग्रवाल, सचिव ममता – कमल गर्ग, कोषाध्यक्ष ममता – बंटी सहित सभी सदस्यगण जुटे हैं ।















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